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अस्पताल में हंगामा
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
जनपद के मोदीनगर स्थित दूबे हॉस्पिटल में एक महिला की मौत के बाद जमकर हंगामा हो गया। मृतका के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन और स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डिलीवरी के दौरान इलाज में लापरवाही बरती गई और नशे में धुत स्टाफ ने बातचीत करने पर परिजनों के साथ मारपीट की। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया।
दुबे हॉस्पिटल का मामला
शिकायतकर्ता सावेज खान ने बताया कि 10 अगस्त को उन्होंने अपनी बहन बिनीस को डिलीवरी के लिए मोदीनगर के दूबे हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। ऑपरेशन के बाद 11 अगस्त को बेटी का जन्म हुआ, लेकिन उसी रात लगभग 10 बजे बिनीस की अचानक तबीयत बिगड़ गई। परिजनों का आरोप है कि समय रहते सही इलाज न मिलने और चिकित्सकीय लापरवाही के चलते उनकी मौत हो गई।
डॉक्टर स्टाफ ने किया हमला
सावेज खान के मुताबिक, जब परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ से इस बारे में बात करनी चाही तो उन्हें नशे में पाया गया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर अनिल गर्ग, डॉक्टर सताक्षी गर्ग, उनके पिता, अस्पताल का एम्बुलेंस ड्राइवर, अन्य स्टाफ और कुछ बाहरी लोगों ने मिलकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में अनस पुत्र मीरू, फिरोज पुत्र वहाब समेत कई अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि हमले के दौरान उन्हें धमकाया गया और मामले को दबाने का प्रयास भी किया गया।
विवादित अस्पताल
घटना की सूचना मिलते ही मोदीनगर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराने के साथ ही स्थिति को काबू में किया। उधर, मृतका के परिजनों ने इस पूरी घटना की शिकायत पुलिस को दी है और डॉक्टरों व अस्पताल स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस अस्पताल के खिलाफ लापरवाही के आरोप लगे हैं। कई बार मरीजों के परिजन यहां की सुविधाओं और स्टाफ के व्यवहार को लेकर असंतोष व्यक्त कर चुके हैं। हालांकि, इस मामले में अभी तक अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
पुलिस की जांच शुरू
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। फिलहाल, पुलिस ने आरोपित डॉक्टरों, स्टाफ और अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है।मृतका बिनीस की मौत से उनके परिवार में मातम का माहौल है। परिजनों का कहना है कि वे इस मामले को लेकर न्याय की लड़ाई लड़ेंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे। वहीं, घटना के बाद क्षेत्र में चर्चा का माहौल गर्म है और कई सामाजिक संगठन भी इस मामले में पीड़ित परिवार के समर्थन में आगे आ सकते हैं। यह घटना न केवल अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा और बेहतर उपचार के सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि चिकित्सकीय जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही कितनी भयावह परिणाम दे सकती है। अब देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाता है।