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Crime : अपनी ही सरकार में न्याय के लिए भटक रही हैं महिला पार्षद

पार्षद शीतल चौधरी पर हुए हमले के कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने से पार्षदों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। घटना को कई दिन हो चुके हैं, लेकिन न तो हमलावरों का कोई सुराग मिला और न ही पुलिस यह स्पष्ट कर सकी कि हमला रंजिश

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Syed Ali Mehndi
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पार्षदों ने किया विरोध प्रदर्शन

गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता 

पार्षद शीतल चौधरी पर हुए हमले के कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने से पार्षदों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। घटना को कई दिन हो चुके हैं, लेकिन न तो हमलावरों का कोई सुराग मिला और न ही पुलिस यह स्पष्ट कर सकी कि हमला रंजिश या लूट के इरादे से हुआ था।

कमिश्नर से लगाई गुहार 

मंगलवार को इस मामले को लेकर पार्षदों का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर से मिला, मगर उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। प्रतिनिधिमंडल में सुमन लता पाल, मनोज त्यागी, पवन गौतम, डॉ. पवन गौतम, जाकिर सैफी, अजय शर्मा, राहुल शर्मा, अनिल कल्याणी, राकेश यादव, प्रवीण मुलायम, कुलदीप त्यागी, जयकिशन पाल, यशपाल पहलवान, नीतिन और उदिता त्यागी शामिल रहे।

पुलिस कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह 

पार्षदों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हाईटेक कमिश्नरेट प्रणाली के बावजूद इतने दिनों बाद भी आरोपियों का कोई पता न चलना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। फोरेंसिक रिपोर्ट भी अब तक नहीं आने से जांच की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।शीतल चौधरी ने बताया कि पुलिस कमिश्नर ने सोमवार तक कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र खुलासा नहीं हुआ तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष न्याय की गुहार लगाएँगी।उन्होंने कहा कि हमले के बाद से उनका परिवार असुरक्षा में जी रहा है और पुलिस की निष्क्रियता से जनता का भरोसा भी डगमगा रहा है।

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