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Cyber fraud-वेव सिटी में साइबर ठगी का शिकार: महिला से टेलीग्राम टास्क के नाम पर 14.54 लाख रुपये लूटे

कविता तोमर की कहानी सिर्फ एक ठगी की घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। डिजिटल युग में जहां अवसरों की भरमार है, वहां ठगों के जाल भी उतने ही खतरनाक हैं। यह घटना हमें सिखाती है कि लालच में आकर जल्दबाजी में लिए गए फैसले भारी पड़ सकते हैं।

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Kapil Mehra
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लालच देकर महिला से 14 लाख ठगे

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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

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वेव सिटी के शाहपुर बम्हेटा स्थित शौर्यपुरम सोसायटी में साइबर ठगों ने एक बार फिर अपनी जालसाजी का जाल बिछाकर एक महिला को शिकार बनाया। कविता तोमर नाम की महिला को घर बैठे रोजाना तीन से पांच हजार रुपये कमाने का लालच देकर ठगों ने टेलीग्राम टास्क के जरिए 14.54 लाख रुपये की ठगी कर ली। यह घटना न केवल साइबर अपराध की बढ़ती चुनौती को दर्शाती है, बल्कि आम लोगों की सतर्कता की जरूरत को भी रेखांकित करती है।

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अनजान कॉलर का लालच भरा जाल

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पांच अप्रैल, 2025 को कविता तोमर के पास एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को एक चैनल प्रमोटर बताया और दावा किया कि उनके साथ जुड़ने पर कविता रोजाना तीन से पांच हजार रुपये कमा सकती हैं। यह सुनते ही कविता के मन में आसान कमाई की उम्मीद जागी। कॉलर ने उन्हें तुरंत एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा, जहां उन्हें छोटे-छोटे ऑनलाइन टास्क दिए गए। ये टास्क इतने आसान लगे कि कविता को इस ऑफर पर भरोसा हो गया।

छोटी रकम ने जीता भरोसा, फिर ठगी का खेल

ठगों ने कविता का विश्वास जीतने के लिए पहले उनके खाते में तीन ट्रांजैक्शन में कुल नौ हजार रुपये भेजे। यह छोटी सी रकम कविता के लिए ठगों की साख का सबूत बन गई। इसके बाद ठगों ने मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर कविता को बड़े टास्क खरीदने के लिए उकसाया। टेलीग्राम ग्रुप में मौजूद तथाकथित "प्रमोटर्स" ने कविता को बताया कि अगर वह ज्यादा पैसे निवेश करेंगी, तो उनकी कमाई कई गुना बढ़ जाएगी। भरोसे में आकर कविता ने चार दिनों के भीतर ठगों के बताए बैंक खातों में 14 लाख 54 हजार 955 रुपये ट्रांसफर कर दिए।

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जब खुला ठगी का राज

जैसे ही कविता ने इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर की, ठगों का असली चेहरा सामने आया। टेलीग्राम ग्रुप से उन्हें हटा दिया गया और कॉलर का नंबर बंद हो गया। कविता को एहसास हुआ कि वह साइबर ठगों के जाल में फंस चुकी हैं। सदमे में डूबी कविता ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और अपनी शिकायत दर्ज कराई।

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पुलिस की कार्रवाई और जांच

एडीसीपी वेव सिटी पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि कविता तोमर की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई शुरू की गई है। पुलिस ने साइबर क्राइम सेल को मामले की जांच सौंपी है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि ठगों ने फर्जी टेलीग्राम ग्रुप और फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल किया। पुलिस अब उन खातों को ट्रेस करने की कोशिश कर रही है, जिनमें कविता ने पैसे ट्रांसफर किए। साथ ही, टेलीग्राम ग्रुप के एडमिन और कॉलर के नंबर की भी पड़ताल की जा रही है।

साइबर ठगी का नया ट्रेंड

यह मामला उन तमाम साइबर ठगी की घटनाओं का हिस्सा है, जो हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी हैं। टेलीग्राम और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी जॉब ऑफर और टास्क-बेस्ड कमाई के नाम पर ठग लोगो को लुभा रहे हैं। पहले छोटी रकम देकर भरोसा जीता जाता है, फिर बड़े निवेश के लिए उकसाया जाता है। इंडौर में भी हाल ही में 140 ऐसी घटनाओं में 1.20 करोड़ रुपये की ठगी की खबर सामने आई थी, जहां ठगों ने टेलीग्राम ग्रुप्स का इस्तेमाल किया।

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