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Decision: लोक अदालत में हुआ 1लाख 56 हज़ार मुकदमों का निस्तारण, करोड़ वसूले

गाजियाबाद जिला न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय रूप अदालत का आयोजन हुआ. राष्ट्रीय लोक अदालत में एक तरफ जहां लंबे समय से लंबित पड़े वादों का निस्तारण हुआ तो वहीं..............

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Syed Ali Mehndi
Rashtriy Lok Adalat Ghaziabad

राष्ट्रीय लोक अदालत गाजियाबाद

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

गाजियाबाद जिला न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय रूप अदालत का आयोजन हुआ. राष्ट्रीय लोक अदालत में एक तरफ जहां लंबे समय से लंबित पड़े वादों का निस्तारण हुआ तो वहीं दूसरी तरफ न्यायपालिका का बोझ भी काम हुआ है. राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लंबे समय से जमीनी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रही थी जिससे कि अधिक से अधिक लोग राष्ट्रीय लोक अदालत का फायदा उठा सके. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाए जा रहे अभियानों का असर आज दिखाई दिया है. 

 डेढ़ लाख मुकदमों का निस्तारण 

राष्ट्रीय लोक अदालत में डेढ़ लाख से अधिक वादों का निस्तारण हुआ है. राष्ट्रीय लोक अदालत में कई दंपति ऐसे भी थे जिनमें लंबे समय से तकरार चल रही थी लेकिन राष्ट्रीय लोक अदालत में समझौते के बाद हंसी खुशी फिर साथ रहने के वादे के साथ लोक अदालत से वापस घर लौट गए. करीब दर्जन पर से अधिक दंपति लोक अदालत से एक साथ फिर नए सिरे से जिंदगी शुरू करने का वादा लेकर लौटे. 

 टूटे घर भी बसाए गए 

जनपद न्यायाधीश की अध्यक्षता में लगभग 1.56 लाख वादों का निस्तारण किया गया.करोड़ों रूपयों की वसूली और वसूली के आदेश पारित किए गए. विभिन्न प्रकृति के सुलह योग्य और शमनीय 75,951 वादों और राजस्व सम्बन्धी 80,154 मामलों का हुआ निस्तारण हुआ.वैवाहिक एवं भरण पोषण सम्बन्धी 193 मामलों व मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से सम्बन्धित कुल 73 मामलों का निस्तारण किया गया। इसमें अर्थदण्ड से दण्डनीय मामलों में अंकन 1,62,78,818/- रूपये अर्थदण्ड आरोपित कर वसूल किया गया।

 करोड़ दिए करोड़ वसूले 

मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से सम्बन्धित कुल 73 मामलों का निस्तारण करते हुए पक्षकारान को 1,74,75,500/- रूपये अदा किये जाने के आदेश पारित किये गये।राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों के लोन रिकवरी/बी.एस.एन.एल. से सम्बन्धित कुल 285 मामलों का निस्तारण किया गया। इसमें 3,54,88,455/- रूपये की धनराशि वसूली के आदेश पारित किये गये। राजस्व न्यायालयों से प्राप्त सूचना के अनुसार राजस्व सम्बन्धी 80,154 मामलों का निस्तारण किया गया।

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