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Dharma : करवाचौथ की आहट से गाजियाबाद के बाजारों में लौटी रौनक

नवरात्र के समापन के साथ ही करवाचौथ की तैयारियों ने बाजारों की रौनक दोगुनी कर दी है। शहर के बाजार रंग-बिरंगे कपड़ों, गहनों, सोलह श्रृंगार के सामान और सजावटी वस्तुओं से सजे दिखाई दे रहे हैं। महिलाएं थालियों, करवों, बिंदी, मेहंदी

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Syed Ali Mehndi
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फाइल फोटो

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

नवरात्र के समापन के साथ ही करवाचौथ की तैयारियों ने बाजारों की रौनक दोगुनी कर दी है। शहर के बाजार रंग-बिरंगे कपड़ों, गहनों, सोलह श्रृंगार के सामान और सजावटी वस्तुओं से सजे दिखाई दे रहे हैं। महिलाएं थालियों, करवों, बिंदी, मेहंदी और चूड़ियों की खरीदारी में व्यस्त हैं।

10 अक्टूबर को त्यौहार

इस बार करवाचौथ 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जिसके चलते बाजारों में विशेष चहल-पहल देखी जा रही है। खासकर कपड़ों, कॉस्मेटिक और गिफ्ट की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। दुकानदारों ने भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई नए ऑफर और छूट की स्कीमें शुरू की हैं। वैशाली, राजनगर और घंटाघर जैसे प्रमुख बाजारों में दुकानदारों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। महिलाओं की पसंद को देखते हुए दुकानों में नवीन डिजाइन के सूट, साड़ियां, और सोलह श्रृंगार के नवीनतम आइटम उपलब्ध कराए गए हैं।

बाजार हुए गुलज़ार 

त्योहार की भावना बाजारों में स्पष्ट झलक रही है। महिलाएं कहती हैं कि त्योहार के नजदीक आने पर भीड़ बढ़ जाती है, इसलिए पहले ही खरीदारी करना बेहतर रहता है। वहीं, दुकानदारों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बिक्री और बढ़ेगी।करवाचौथ जैसे त्योहार न केवल परंपराओं का उत्सव हैं, बल्कि स्थानीय व्यापारियों के लिए भी आर्थिक संजीवनी साबित होते हैं। शहर के बाजारों में इस समय जो चमक दिखाई दे रही है, वह बताती है कि त्योहार सिर्फ पूजा का नहीं, बल्कि खुशी और उत्साह के आदान-प्रदान का भी अवसर है।

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