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सर्वोदय नगर कम्युनिटी सेंटर
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
लाइनपार के सर्वोदय नगर एवं उसके आस-पास के लोग दुविधा में है। लोगों की दुविधा की वजह ये है कि जीडीए के द्वारा बसपा शासन काल के दौरान सर्वोदय नगर में जिस कम्युनिटी सेंटर का निर्माण कराया था,वह अधूरा छोड दिया गया। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति ये है कि जीडीए के निर्माण विभाग के द्वारा दोहराया जा रहा है कि कम्युनिटी सेंटर के निर्माण से जुडी फाइल प्राधिकरण में उपलब्ध नहीं है।
जीडीए ने पल्ला झाड़ा
पार्षद ओम प्रकाश की मानें तो निगम के अधिकारी कम्युनिटी सेंटर में हाथ डालते हुए कतरा रहे है। पार्षद ने हाल में जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरूण के गाजियाबाद आगमन के दौरान मुददे को उनके सामने उठाया और हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। इसके साथ साथ स्थानीय विधायक से भी हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। पार्षद का तर्क है कि वह इस पक्ष में दूर तक नहीं है कि किन कारणों से जीडीए के अधिकारी पल्ला झाड रहे है। उनका मानना है कि कम्युनिटी सेंटर के अधूरे काम पूरे होेने चाहिए,ताकि कम्युनिटी सेंटर का लाभ एरिया के लोगों को उपलब्ध हो सकें।
अधूरे निर्माण का पूरा पेमेंट
सूत्र बताते है कि जिस ठेकेदार फर्म से जीडीए के द्वारा कम्युनिटी सेंटर का निर्माण कराया गया,उसे पूरा भुगतान करने के दौरान ये भी नहीं देखा गया कि कम्युनिटी सेंटर का निर्माण पूरा हुआ भी है अथवा नही। देखा जाए तो लाइनपार एरिया के लोगों के द्वारा एक लंबे समय से कम्युनिटी सेंटर का निर्माण किए जाने का आग्रह किया जा रहा है। बताते है कि बसपा शासन काल के दौरान सर्वोदय नगर में जीडीए के द्वारा कम्युनिटी सेंटर का निर्माण कराया था।
आरटीआई में हुआ खुलासा
बताते है कि जिस ठेकेदार को कम्युनिटी सेंटर के निर्माण का दायित्व दिया गया था,उसके द्वारा काम को अधूरा छोड दिया गया। हैरत का पहलू ये है कि कम्युनिटी सेंटर के निर्माण के मुददे को लेकर क्षेत्र के चंद्र किशोर शर्मा के द्वारा एक आरटीआई के माध्यम से जीडीए से जानकारी की गई तो प्राधिकरण के निर्माण विभाग के अधिकारियों के द्वारा लिखित में स्पष्ट किया गया कि कम्युनिटी सेंटर निर्माण से जुडे कुछ भी साक्ष्य उपलब्ध नहीं है। ऐसे में क्षेत्र के लोग दुविधा में है कि अधूरे कम्युनिटी सेंटर का काम किस एजेंसी से पूरा कराए।