Advertisment

Dispute in Loni Bjp: अपनी ही बिरादरी में घिरे नंदकिशोर, मुखालफत होती देख भेजा 10 करोड़ का नोटिस

गूर्जर बाहुल्य इलाके लोनी में दो बार जिस बिरादरी के समर्थन से नंदकिशोर ने जीत दर्ज की, उसी के नेता जहां एक के बाद एक नंदकिशोर के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं, वहीं इसमें नया ट्ववीस्ट खुद नंद किशोर ने ही अनिल कसाना को 10 करोड़ का नोटिस भेजकर डाल दिया है।

author-image
Rahul Sharma
GZB notice-2
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।

Advertisment

जिन लोगों के सहयोग से एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार नंदकिशोर ने विधायकी के चुनाव में जीत का स्वा चखा, आज उन्हीं अपने गूर्जर समाज के लोगों से विरोध झेलना पड़ रहा है। इसके साथ ही पार्टी की ओर से कार्यवाही की तलावर अलग लटकी है। लिहाजा नंदकिशोर अपने खिलाफ बने माहौल से पार पाने के लिए हर जतन कर रहे हैं। फिलहाल नया अपडेट यही है कि उन्होंने अपने खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले जिला पंचायत सदस्य अनिल कसाना को 10 करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजा है।

ये है नोटिस विवाद

लोनी क्षेत्र के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने अनिल कसाना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। विधायक की ओर से उनके अधिवक्ता ने कसाना को 10 करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है। यह नोटिस 30 मार्च 2025 को एक प्रेस वार्ता के दौरान दिए गए बयानों को लेकर जारी किया गया है, जिसमें विधायक पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। नोटिस में कहा गया है कि अनिल कसाना ने प्रेस वार्ता के दौरान आरोप लगाया कि विधायक बनने के बाद नंद किशोर गुर्जर ने लोनी क्षेत्र के विभिन्न सम्मानित व्यक्तियों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए। उन्होंने आरोप लगाया कि महेश प्रधान, इंद्र फौजी, कंवर सिंह और उनके परिवार समेत कई लोगों पर विधायक के इशारे पर कानूनी कार्रवाई की गई।

Advertisment

विधायक बोले-आरोप निराधार

Nandkishor Gurjar

विधायक के अधिवक्ता द्वारा भेजे गए नोटिस में इन आरोपों को पूरी तरह झूठा और निराधार बताया गया है। नोटिस में कहा गया है कि जिन मामलों का जिक्र किया गया, उनमें विधायक स्वयं वादी नहीं हैं, बल्कि विभिन्न व्यक्तियों ने अलग-अलग मामलों में शिकायतें दर्ज कराई थीं। ऐसे में इन घटनाओं को विधायक से जोड़ना उनकी छवि धूमिल करने की साजिश है। नोटिस में आगे कहा गया है कि इस प्रकार के झूठे बयान देकर अनिल कसाना ने विधायक की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है, जिससे उनकी सामाजिक और राजनीतिक छवि को गंभीर नुकसान हुआ है। यह भी कहा गया कि बिना किसी ठोस प्रमाण के प्रेस वार्ता में इस तरह के आरोप लगाना पूरी तरह से गैरकानूनी है।

Advertisment

15 दिन में मांगे 10 करोड

Advertisment

विधायक के वकील ने नोटिस में कहा है कि यदि अनिल कसाना 15 दिनों के भीतर 10 करोड़ रुपये बतौर मानहानि प्रतिकर अदा नहीं करते, तो उनके खिलाफ सिविल और आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, विधायक ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब अनिल कसाना ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं। पहले भी उन्हें मानसिक और सामाजिक रूप से परेशान करने के लिए झूठी शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। नोटिस में यह भी कहा गया कि इस तरह की हरकतों से विधायक और उनके परिवार को मानसिक पीड़ा हुई है और उनकी प्रतिष्ठा को अपूर्णीय क्षति पहुंची है।

बिरादरी के तीन लोग लगा चुके हैं आरोप

लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर पर बाहरी लोगों के साथ अब बिरादरी के नेता भी अंगुली उठाने लगे हैं। लोनी में गुर्जर नेताओं के भीतर विधायक नंदकिशोर गुर्जर के खिलाफ विरोध शुरू हो चुका है। घेराबंदी हो रही है। नेता जो कल तक खामोश थे, वो अब विधायक को लेकर खुलकर बोल रहे हैं।

मनोज धामा ने खोला मोर्चा

GZB manoj dhama
मनोज धामा, पूर्व चेयरमैन, लोनी नगर पालिका

 

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के खिलाफ पहला मोर्चा लोनी के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने खोला। वो खुलकर विधायक नंदकिशोर गुर्जर के खिलाफ आए। सोशल मीडिया पर उनके बयान आए। उन्होंने यहां तक कह डाला कि अब नंदकिशोर की उलटी गिनती शुरू हो गई है। राजनैतिक पारी का अंत होने वाला है।

मुखिया गुर्जर का बयान आया

GZB mukhiya gurjar
मुखिया गूर्जर, नेता गूर्जर समाज एवं सपा

 

इसके बाद गूर्जर समाज में बड़ा नाम और चेहरा माने जाने वाले मुखिया गुर्जर भी नंदकिशोर के खिलाफ विरोधी सुरों के साथ आए। उन्होंने भी नंदकिशोर की कार्यशैली के साथ-साथ उन्हें लेकर कई बयान दिए।

गूर्जर नेताओं का विरोध पड़ सकता है भारी

GZB notice-1
अनिल कसाना, नेता बीजेपी एवं जिला पंचायत सदस्य

 

इसमें कोई शक नहीं कि छात्र राजनीति से ही उतार-चढ़ावों का सामना करने के माहिर नंदकिशोर में माद्दा है इस तरह की स्थिति-परिस्थितियों को फेस करने का। लेकिन जिस तरह से अपनी ही बिरादरी में उनकी घेराबंदी की जा रही है वो उनके राजनैतिक भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं। जिस तरह से लोनी में खासकर गुर्जर बिरादरी के बीच विधायक नंदकिशोर गुर्जर के पुराने मामलों को हवा दी जा रही है वो साफ इशारा करती है कि विधायक को घेरने की रणनीति पर काम चल रहा है और कोई तो लॉबी है, जो इस वक्त में इतिहास पर चर्चा कर नंदकिशोर को घेरने में जुटी है।

Advertisment
Advertisment