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Drama : नाटक “सच कहें तो” ने जीता दर्शकों का दिल

हिन्दी भवन समिति गाजियाबाद द्वारा आयोजित नाट्य समारोह का समापन अनुकृति रंगमंडल कानपुर के रहस्य-रोमांच से भरपूर नाटक “सच कहें तो” के मंचन के साथ हुआ। यह नाटक मूल रूप से उदय नारकर के मराठी नाटक “खरं सांगायचं तर” का हिंदी रूपांतरण है, जिसे डॉ. वसुधा

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Syed Ali Mehndi
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नाट्य मंचन

गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता

हिन्दी भवन समिति गाजियाबाद द्वारा आयोजित नाट्य समारोह का समापन अनुकृति रंगमंडल कानपुर के रहस्य-रोमांच से भरपूर नाटक “सच कहें तो” के मंचन के साथ हुआ। यह नाटक मूल रूप से उदय नारकर के मराठी नाटक “खरं सांगायचं तर” का हिंदी रूपांतरण है, जिसे डॉ. वसुधा सहस्त्रबुद्धे ने लिखा और निर्देशन डॉ. ओमेन्द्र कुमार ने किया।

जबरदस्त कहानी

कहानी धनाढ्य अविवाहित महिला शिरीन वाडिया के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी सहयोगी सरस्वती के साथ रहती है। संयोग से उसकी मुलाकात बेरोजगार लेकिन विवाहित युवक नितिन सावरकर से होती है, जो उसे सड़क हादसे से बचाता है। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती हैं, लेकिन शिरीन अचानक अपने घर में मृत पाई जाती है।पुलिस की जांच में नितिन पर संदेह गहराता है। मुकदमे में सबूत और गवाह उसके खिलाफ जाते हैं, यहां तक कि उसकी पत्नी आयेशा भी अदालत में उसके विरुद्ध बयान देती है। मामला हार की ओर बढ़ता है तभी एक रहस्यमयी औरत कुछ पत्र लेकर सामने आती है, जो पूरी कहानी को पलट कर रख देते हैं।

शानदार मंचन 

नाटक में कोर्टरूम ड्रामा, रहस्य और भावनाओं का अनोखा संगम दिखा। संध्या सिंह ने दोहरी भूमिका निभाकर दर्शकों को प्रभावित किया। वहीं दीपिका सिंह, ऐश्वर्य दीक्षित, विजयभान, सम्राट और अन्य कलाकारों ने भी अपने किरदार बखूबी निभाए।संगीत विजय भास्कर का, मंच व्यवस्था आकाश शर्मा और प्रकाश योजना कृष्णा सक्सेना की रही।समापन अवसर पर समिति अध्यक्ष ललित जायसवाल, महासचिव सुभाष गर्ग सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। बड़ी संख्या में दर्शकों ने नाटक का आनंद उठाया और कलाकारों की प्रस्तुति को सराहा।

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