गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता।
स्वास्थ्य विभाग में 1 मार्च से लोगों को फाइलों के कार्य हेतु टेबल से टेबल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे 1 मार्च से स्वास्थ्य विभाग की फीलिंग प्रणाली अपना रहा है जिसके अंतर्गत फाइलों की समीक्षा हस्ताक्षर आदि का कार्य कंप्यूटर द्वारा ई-फाइलिंग के अंतर्गत किया जाएगा।
ऑनलाइन कार्य तैयारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को ऑनलाइन करने की तैयारी तेज हो गई है। दफ्तर को कॉरपोरेट ऑफिस की तर्ज पर तैयार किया जा रहा। सभी पटल को कंप्यूटर और इंटरनेट से जोड़ा जाएगा, ताकि रोजमर्रा के कार्यों को पेपरलेस किया जा सके। शासन के निर्देश पर सभी सरकारी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने पर जोर दिया जा रहा। इसका मकसद कामकाज में पारदर्शिता लाने है।
समय की बचत
ई-ऑफिस के माध्यम से सभी फाइलों को स्कैन किया जाएगा और ऑनलाइन एक से दूसरे अधिकारी से फाइल पर अनुमति ली जाएगी। एक पटल से दूसरे पटल पर कम्प्यूटर के माध्यम से फाइलों का आदान-प्रदान होगा। इससे किसी भी स्तर पर फाइलें अनावश्यक नहीं रुकेंगी। सीएमओ कार्यालय में जीर्णोद्धार का कार्य जारी है।
1 मार्च से शुभारंभ
एक मार्च 2025 तक ई-ऑफिस प्रणाली को लागू करने की तारीख तय की गई है। एसीएमओ डॉ. अमित विक्रम ने बताया कि प्रत्येक माह होने वाली जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की फाइल को सीडीओ ने लौटा दिया है। इस बार ई-ऑफिस के माध्यम से फाइल भेजने के निर्देश हैं। स्वास्थ्य विभाग को कह दिया गया है कि ई-फाइल के बिना बैठक की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, स्वास्थ्य समिति की बैठक विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है, लेकिन पूरा कार्य मैन्युअल होने से बैठक टल गई है।