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Election : निगम कार्यकारिणी चुनाव : बीजेपी के पांच, कांग्रेस का एक सदस्य निर्विरोध निर्वाचित

नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव आखिरकार निर्विरोध संपन्न हो गया। इस बार हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी पकड़ मज़बूत बनाए रखते हुए पांच सदस्यों को जिताने में सफलता पाई, जबकि कांग्रेस ने भी एक सदस्य के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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Syed Ali Mehndi
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नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव

गाज़ियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव आखिरकार निर्विरोध संपन्न हो गया। इस बार हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी पकड़ मज़बूत बनाए रखते हुए पांच सदस्यों को जिताने में सफलता पाई, जबकि कांग्रेस ने भी एक सदस्य के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। यह चुनाव लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में आयोजित किया गया, जहां पूरे अनुशासन और शांति के साथ प्रक्रिया पूरी की गई।

 छ: ने किया था नामांकन 

कार्यकारिणी के छह पदों पर केवल छह पार्षदों ने ही नामांकन किया था, इसलिए सभी को निर्विरोध घोषित कर दिया गया। भाजपा की ओर से प्रवीण चौधरी, गौरव सोलंकी, प्रमोद यादव, देवनारायण शर्मा और विनील दत्त विजयी हुए, जबकि कांग्रेस से अजय शर्मा ने सीट हासिल की। इस प्रकार बिना किसी मतदान की आवश्यकता के पूरी प्रक्रिया संपन्न हो गई।चुनाव की शुरुआत महापौर सुनीता दयाल की उपस्थिति में हुई। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि कार्यकारिणी चुनाव की प्रक्रिया नए सिरे से कराई जाएगी। गौरतलब है कि पिछली बार जब कार्यकारिणी के सदस्यों की घोषणा से पहले भाजपा के महानगर अध्यक्ष ने संभावित विजेताओं को माला पहनाई थी, तो उस पर विवाद खड़ा हो गया था।

लंबे समय से अटका था चुनाव

इस विवाद के बाद पूरी प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया था। इस बार हालांकि भाजपा के महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने खुद को पूरी प्रक्रिया से दूर रखा, जिससे चुनाव निर्विघ्न संपन्न हुआ।निगम कार्यकारिणी का चुनाव लंबे समय से अटका हुआ था, जिसके कारण विभिन्न वार्डों में विकास कार्यों पर असर पड़ रहा था। कार्यकारिणी की बैठक न होने के चलते कई महत्वपूर्ण फैसले लंबित थे। अब छह सदस्यों की निर्विरोध नियुक्ति के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि निगम की कार्यप्रणाली तेज़ी से आगे बढ़ेगी और विकास कार्यों को गति मिलेगी।

भाजपा का रहा दबदबा 

राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो भाजपा ने अपनी बहुमत की स्थिति को बरकरार रखते हुए संगठनात्मक मजबूती प्रदर्शित की है, वहीं कांग्रेस ने भी एक सदस्य को कार्यकारिणी में शामिल कर अपने अस्तित्व का संकेत दिया है। स्थानीय स्तर पर यह चुनाव भले ही औपचारिक दिखा हो, लेकिन इसका असर गाज़ियाबाद की नगर राजनीति और विकास कार्यों की गति पर साफ दिखाई देगा।इस निर्विरोध चुनाव से नगर निगम की कार्यशैली को नई दिशा मिलने की संभावना है। अब शहरवासी अपेक्षा कर रहे हैं कि नए कार्यकारिणी सदस्य अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए विकास कार्यों को प्राथमिकता देंगे और गाज़ियाबाद को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में योगदान देंगे।

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