Advertisment

Election: अंबेडकर जन्मोत्सव समिति चुनाव में किसके हाथ लगेगी बाजी

डॉ०बी०आर० अंबेडकर जन्मोत्सव समिति प्रतिवर्ष धूमधाम से बाबासाहेब की जयंती मानती है इस क्रम में समिति का चुनाव नियम अनुसार किया कराया जाता है जिसके मुताबिक 20 फरवरी को नामांकन.......

author-image
Syed Ali Mehndi
अंबेडकर समिति चुनाव

अंबेडकर समिति चुनाव

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता 

Advertisment

डॉ बी आर अंबेडकर जन्मोत्सव समिति प्रतिवर्ष धूमधाम से बाबासाहेब की जयंती मानती है इस क्रम में समिति का चुनाव नियम अनुसार किया कराया जाता है जिसके मुताबिक 20 फरवरी को नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गई।

तरुण बने निर्विरोध महासचिव

इस वर्ष 2025-26 आयोजन समिति के चुनाव आगामी 23 फरवरी को होने है, उसके लिए 20 फरवरी को नामांक का अंतिम दिन पूरा हो गया। और रोचक बात यह रही कि डॉ० बी. आर. अम्बेडकर जन्मोत्सव समिति महानगर ग़ाज़ियाबाद में वर्ष 2025-26 के लिए सिहानी निवासी तरुण कुमार पुत्र श्रीनिवास के विपक्ष में किसी प्रत्याशी द्वारा नामांकन नही किये गया, जिस कारण तरुण कुमार को निर्विरोध आयोजन समिति का महासचिव चुन लिया गया है, तरुण कुमार के नामांक में घुकना निवासी गजेन्द्र सिंह (विधि विशेषज्ञ) एवं प्राणगाढ़ी निवासी शेर सिंह जी प्रस्तावक रहे, 

Advertisment

समिति के प्रति रहूंगा समर्पित

इस मौके पर तरुण कुमार ने बुद्ध भगवान एवं बाबा साहेब के चरणों मे पुष्प अर्पित करते हुए स्थाई समिति के सभी आजीवन सदस्यों से एवं चुनाव अधिकारियों का आभार व्यक्ति करते हुए समिति में भर्ष्टाचार को खत्म करने व पारदर्शिता बनाने एवं दलित महापुरुषों के सम्मान के लिए निष्पक्ष कार्य करते रहने की प्रतिज्ञा लेकर मोके पर उपस्थित सभी लोगो का आभार व्यक्त किया।

इस मौके पर जय सिंह गौतम एड. व घुकना निवासी गजेन्द्र सिंह (विधि विशेषज्ञ), रामेश्वर दत्त एड , शेर सिंह एड, हरस्वरुप ठेकेदार, कमलेश कुमारी एड, ललित दास,राहुल सिंह, गंगासरण बबलू,वीर सिंह ज़ी पूर्व पार्षद विजयनगर,पंकज तेजानिया, आशीष प्रेमी, विजेंद्र सिंह पहलवान, जुगनू गौतम, अध्यक्ष पद प्रत्याशी विजय बोद्ध, गौरव प्रधान (लेखा परिक्षक), आनंद आदि मौजूद रहे।

Advertisment

धूमधाम से होता है आयोजन 

बाबासाहेब की जयंती प्रतिवर्ष बेहद धूमधाम से मनाई जाती है जिसमें सुंदर झांकियां स्कूली बच्चे एवं समाज सुधारक जैसे लोग हिस्सा लेते हैं इसकी तैयारी काफी देशों से की जाती है दलित बाहुल्य क्षेत्र में इस आयोजन की धूम देखते ही बनती है।

 

Advertisment
Advertisment