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बदमाश एनकाउंटर मे ढेर
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर हुई फायरिंग मामले में शामिल दोनों शूटरों का बुधवार शाम गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र में पुलिस द्वारा एनकाउंटर कर दिया गया। नोएडा एसटीएफ, सीआई यूनिट दिल्ली और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम ने इस अभियान को अंजाम दिया। मारे गए बदमाशों की पहचान रोहतक निवासी रविंद्र और सोनीपत निवासी अरुण के रूप में हुई। दोनों कुख्यात अपराधी रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़े थे और उन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ टीम ट्रॉनिका सिटी इलाके में चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान दो युवक बाइक पर आते दिखाई दिए। पुलिस को देखते ही वे भागने लगे और पीछा करने पर उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।
दोनों बदमाश मुठभेड़ में ढेर
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। इस दौरान करीब 25 से 30 राउंड गोलियां दोनों तरफ से चलीं। मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हो गए और पुलिस की जीप पर चार गोलियों के निशान मिले।एनकाउंटर में अरुण और रविंद्र को गोली लगी और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मौके से पुलिस ने ग्लॉक और जिगाना पिस्टल के साथ भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं। साथ ही एक सफेद रंग की अपाचे मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है। माना जा रहा है कि यही वही बाइक है, जिस पर सवार होकर दोनों बदमाश बरेली पहुंचे थे और दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग कर वापस लौटे थे।जांच में यह भी सामने आया है कि बरेली फायरिंग के दौरान अरुण सफेद शर्ट और रविंद्र नीली टीशर्ट पहने हुए था। दोनों की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरों में साफ तौर पर कैद हुई थीं, जिससे उनकी पहचान पुख्ता हो गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये दोनों पेशेवर शूटर थे और लंबे समय से सक्रिय गिरोहों के लिए काम कर रहे थे।
एनकाउंटर से मचा हड़कंप
एनकाउंटर की सूचना मिलते ही गाजियाबाद के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी, डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी, एसटीएफ नोएडा के एडिशनल एसपी राजकुमार मिश्रा और हरियाणा एसटीएफ के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दोनों बदमाशों की पहचान होने के बाद पुलिस ने उनका पीछा किया। मुठभेड़ के दौरान वे घायल हुए और अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिए गए।इस एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ की बड़ी सफलता मानी जा रही है। इस कार्रवाई से न सिर्फ दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग मामले की गुत्थी सुलझी है, बल्कि अपराध जगत में सक्रिय गैंगस्टरों को भी कड़ा संदेश गया है कि कानून के शिकंजे से बच पाना आसान नहीं है।