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Event : वंदे मातरम् के 150 वर्ष पर भव्य राष्ट्रभक्ति समारोह आयोजित

राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी महानगर गाज़ियाबाद द्वारा शुक्रवार को भारत माता चौक, शालीमार गार्डन में एक भव्य राष्ट्रभक्ति समारोह का आयोजन किया गया। नगर के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों,

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Syed Ali Mehndi
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वन्देमातरम कार्यक्रम आयोजित

गाज़ियाबाद,वाईबीएन संवाददाता 

राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी महानगर गाज़ियाबाद द्वारा शुक्रवार को भारत माता चौक, शालीमार गार्डन में एक भव्य राष्ट्रभक्ति समारोह का आयोजन किया गया। नगर के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, युवाओं और नागरिकों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक रूप प्रदान किया।

वन्दे मातरम गायन 

कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, सांसद अतुल गर्ग तथा अन्य अतिथियों द्वारा भारत माता और बंकिम चंद्र चटोपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद उपस्थित जनसमूह ने सामूहिक रूप से “वंदे मातरम्” का गायन किया, जिससे पूरा परिसर राष्ट्रभक्ति की भावना से गूंज उठा।मुख्य अतिथि लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि “वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, यह भारत की आत्मा की धड़कन है। इसने स्वतंत्रता संग्राम में जन-जन को देशभक्ति से जोड़ा। हमें इसे अपने जीवन की कार्यशैली में शामिल करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज राष्ट्रगौरव और सांस्कृतिक स्वाभिमान का पुनर्जागरण हो रहा है।

राष्ट्रगौरव,सांस्कृतिक स्वाभिमान 

कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि “भारत माता चौक पर उमड़ी भीड़ गाज़ियाबाद की देशभक्ति परंपरा का प्रमाण है।” सांसद अतुल गर्ग ने कहा कि “यह आयोजन आने वाली पीढ़ियों में राष्ट्रप्रेम का संस्कार बोने का माध्यम बनेगा। कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायिका इमोना विक्टर और गायक विक्टर द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीतों ने वातावरण को जोश और उल्लास से भर दिया। बच्चों और युवा कलाकारों की प्रस्तुतियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं।भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने कहा कि “गाज़ियाबाद ने आज दिखाया कि राष्ट्रभक्ति हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।” आयोजन की सफलता में अमित त्यागी, प्रदीप चौधरी, रवि भाटी, धीरज अग्रवाल, सरदार सिंह भाटी और कालीचरण पहलवान का विशेष योगदान रहा।

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