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कार्यक्रम आयोजित
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज (आईपीईसी) में 12 और 13 सितम्बर को दो दिवसीय इंटरनल स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2025 का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में 150 टीमों के लगभग 900 छात्रों ने हिस्सा लिया। प्रत्येक टीम में छह सदस्य शामिल रहे, जिन्होंने मिलकर तकनीकी नवाचार और समस्या समाधान की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों को नवाचार, टीमवर्क और स्टार्टअप संस्कृति की ओर प्रेरित करना रहा। आयोजन के अंतर्गत चयनित शीर्ष 50 टीमों को राष्ट्रीय स्तर पर कॉलेज का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा।
देशभर में बढ़ता प्रभाव
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (SIH) बीते कुछ वर्षों में देश के युवाओं के लिए नवाचार और रचनात्मकता का सबसे बड़ा मंच बन चुका है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2023 की तुलना में 2024 में संस्थागत स्तर पर आयोजित इंटरनल हैकाथॉनों की संख्या 900 से बढ़कर 2,247 हो गई। यह लगभग 150 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। प्रतियोगिता स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, स्मार्ट तकनीक, जल संरक्षण और सतत विकास जैसे 17 प्रमुख विषयों पर केंद्रित रही। इनमें सरकार, उद्योग और विभिन्न विभागों द्वारा 250 से अधिक समस्या-विवरण प्रस्तुत किए गए, जिन पर छात्रों ने व्यावहारिक समाधान सुझाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान स्वयं इस मंच को युवाओं के लिए राष्ट्र निर्माण की प्रयोगशाला बताते हैं।
आईपीईसी में जोश और नए विचार
कार्यक्रम का शुभारंभ आईपीईसी के उपाध्यक्ष पुनीत अग्रवाल ने किया। उन्होंने कहा कि संस्थान सदैव छात्रों के नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता आया है। डीन अकादमिक्स प्रोफेसर अमित जैन ने सभी प्रतिभागियों की मेहनत और लगन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल तकनीकी दक्षता बल्कि नेतृत्व क्षमता और टीमवर्क जैसी गुणों को भी निखारते हैं।आईपीईसी-टीबीआई (टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर) की सीईओ प्रियंका गुप्ता ने विद्यार्थियों को इनक्यूबेशन सेल की उपलब्धताओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि संस्थान का इनक्यूबेशन सेंटर छात्रों को स्टार्टअप शुरू करने, मेंटरशिप, नेटवर्किंग और अनुदान जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराता है। उनके अनुसार, यह प्रतियोगिता केवल एक प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि छात्रों की रचनात्मकता को समाज और देश की सेवा में लगाने का अवसर है।
समापन और आभार
दो दिवसीय प्रतियोगिता के समापन पर सिंगल प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट अरविंद तिवारी ने जजों, शिक्षकों, मेंटर्स, प्रबंधन और सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की सफलता सभी के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। छात्रों की ऊर्जा, उत्साह और नए विचार ही इस प्रतियोगिता की असली उपलब्धि हैं।स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन जैसे आयोजन यह साबित करते हैं कि देश के युवा केवल तकनीक के उपभोक्ता नहीं, बल्कि नवाचार और समाधान के सृजनकर्ता भी हैं। आईपीईसी में आयोजित इस इंटरनल हैकाथॉन ने न केवल छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि उनके विचार समाज और उद्योग के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।