गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
राम चमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मेरा युवा भारत, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार तथा कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में और उपनिदेशक देवेंद्र कुमार के निर्देशन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में मासिक धर्म को लेकर व्याप्त मिथकों, चुप्पियों और शर्म की भावना को दूर करना तथा किशोरियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना था।
2014 में हुआ था आरम्भ
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी पल्लवी जोशी के संबोधन से हुई, जिसमें उन्होंने इस दिवस के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस दिवस की शुरुआत वर्ष 2014 में जर्मन संस्था वाश यूनाइटेड द्वारा की गई थी। 28 मई को यह दिवस मनाने के पीछे यह कारण है कि सामान्यतः महिलाओं के मासिक धर्म चक्र की अवधि 28 दिन होती है और औसतन यह चक्र 5 दिन तक चलता है — इसीलिए 28/5 की तिथि चुनी गई।
मौजूद रहे वरिष्ठ डॉक्टर्स
मुख्य वक्ता के रूप में एमएमजी हॉस्पिटल, गाजियाबाद से हिना विक्टर और चेतन गोस्वामी उपस्थित रहे। हिना विक्टर ने मासिक धर्म की स्वाभाविकता, इससे जुड़ी स्वच्छता, मिथकों और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने किशोरियों को यह समझाया कि मासिक धर्म कोई बीमारी नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक और आवश्यक जैविक प्रक्रिया है जो प्रजनन क्षमता का संकेत देती है। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। दूसरी वक्ता चेतन गोस्वामी ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान छोटी सी लापरवाही भी महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है और इससे गंभीर संक्रमण या बीमारियां हो सकती हैं। उन्होंने छात्राओं को किसी भी परेशानी के समय डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह दी।
सिविल डिफेंस की अहमियत
इस अवसर पर मेरा युवा भारत केंद्र के उपनिदेशक देवेंद्र कुमार ने छात्राओं से सिविल डिफेंस जैसे अहम विषय पर बातचीत की और उन्हें माय भारत पोर्टल पर नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक के रूप में पंजीकरण कराने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं को डिजिटल सहभागिता और सामाजिक नेतृत्व के लिए तैयार रहने की बात कही। उन्होंने कहा, "आज की जागरूक एवं सशक्त युवतियां ही कल की नेतृत्वकर्ता होंगी।
सराहनीय आयोजन
कॉलेज की प्राचार्या डॉ. नीतू चावला ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से छात्राओं में आत्मविश्वास, सामाजिक जिम्मेदारी तथा स्वच्छता के प्रति सजगता विकसित होती है। कार्यक्रम में महाविद्यालय की संयोजिका गीतांजलि खुराना, अंजू सिंह, स्मृति सिंह, हिमानी त्यागी, पूर्व राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक तालिब, प्रकाश तिवारी सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं। यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।