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पत्रकारों से बात करते केंद्रीय मंत्री गिरिराज
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार को निट्रा (NITRA) गाजियाबाद का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संस्थान द्वारा विकसित मिल्क्वीड और ओक फसल से संबंधित अनुसंधान कार्यों का निरीक्षण किया। मंत्री ने देश के पहले मैनिकिन आधारित हाई-ज्वाला समाविष्ट परीक्षण उपकरण को औपचारिक रूप से उद्योग जगत और राष्ट्र को समर्पित किया। यह तकनीक वस्त्रों की अग्नि-रोधक क्षमता मापने में अहम भूमिका निभाएगी और तकनीकी वस्त्र क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
वस्त्र उद्योग का गेम चेंजर
निरीक्षण के पश्चात मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि निट्रा द्वारा मिल्क्वीड और ओक फाइबर पर किया जा रहा शोध वस्त्र उद्योग में एक नए युग की शुरुआत कर रहा है। उन्होंने बताया कि निट्रा ने विकसित तकनीक को कई प्रतिष्ठित कंपनियों को हस्तांतरित कर दिया है, जबकि अन्य उद्योग संस्थान भी इसे अपनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। मंत्री ने इसे गाजियाबाद और निट्रा दोनों के लिए गर्व का क्षण बताते हुए संस्थान की भूमिका की सराहना की।
नया प्रयोग
कैबिनेट मंत्री ने फील्ड में ओक के पौधों और उनकी खेती की प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह संपूर्ण परियोजना महानिदेशक डॉ. एम.एस. परमार के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संचालित हो रही है और देश के कई प्रमुख अनुसंधान संस्थान इसमें अपना योगदान दे रहे हैं। मंत्री ने बताया कि ओक फाइबर की उत्कृष्ट विशेषताओं की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। ताप-रोधी, हल्का और अत्यंत महीन होने के कारण यह रेशा रक्षा व औद्योगिक उपयोगों में गेम-चेंजर साबित हो सकता है।डॉ. एम.एस. परमार ने जानकारी दी कि ओक का पौधा बेहद कम पानी में विकसित हो जाता है। इसकी खेती में रासायनिक खाद या कीटनाशक की आवश्यकता नहीं होती। विशेष बात यह है कि एक बार पौधा रोपने पर लगभग 10 वर्षों तक इससे फाइबर प्राप्त किया जा सकता है, जो किसानों और उद्योग दोनों के लिए लाभकारी है।निट्रा की इस नवीन शोध उपलब्धि से तकनीकी वस्त्र उद्योग में नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे और देश आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाएगा।
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