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साहित्य अकादमी का कार्यक्रम
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
भारत की सांस्कृतिक विरासत और साहित्यिक धरोहर को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का एक और प्रयास है ‘उन्मेष: अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव’। इस वर्ष इसका तीसरा संस्करण 25 से 28 सितंबर 2025 तक पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा।इस आयोजन का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि इसमें देश-विदेश के लगभग 550 लेखक और विद्वान शामिल होंगे। लगभग 90 सत्रों में होने वाली चर्चाओं में 100 भाषाओं का प्रतिनिधित्व होगा। यह उत्सव न केवल भारत का बल्कि एशिया का सबसे बड़ा साहित्यिक समारोह माना जाता है।
विरासत की नई पहचान
साहित्य अकादेमी और संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से होने वाला यह आयोजन बिहार की साहित्यिक विरासत को भी नई पहचान देगा। उत्सव में कविता-पाठ, कहानी-पाठ, नाटक और संगीत कार्यक्रम भी होंगे। रिकी केज़ जैसे विश्वप्रसिद्ध कलाकारों की प्रस्तुति इसे और आकर्षक बनाएगी।चर्चा के प्रमुख विषयों में भारतीय साहित्य का विदेशी भाषाओं में प्रचार-प्रसार, आदिवासी समुदायों की पहचान का संकट, सोशल मीडिया और साहित्य, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में साहित्य की भूमिका और उत्तर-आधुनिक भारतीय साहित्य व सिनेमा जैसे मुद्दे शामिल हैं।
नामी हस्तियां लेगी भाग
इस उत्सव में भाग लेने वालों में जावेद अख्तर, अमोल पालेकर, सोनल मानसिंह, नवतेज सरना, अरुण कमल, अनामिका और अशोक चक्रधर जैसे नाम शामिल होंगे। यह आयोजन न केवल साहित्य की विविधता को सामने लाएगा बल्कि विभिन्न संस्कृतियों के बीच संवाद का पुल भी बनेगा।पटना की धरती पर ऐसा आयोजन होना पूरे बिहार के लिए गौरव की बात है। यह उम्मीद की जा रही है कि यह उत्सव साहित्य प्रेमियों के लिए यादगार साबित होगा और आने वाले समय में भारतीय साहित्य की वैश्विक पहचान को और सशक्त बनाएगा।