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महिला दिवस अधिवक्ता परिषद
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
वरिष्ठ महिलाओं को वकालत में अपनी कनिष्ठ अधिवक्ताओं को भी सम्मान देना चाहिए तथा उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, यह बात वरिष्ठ अधिवक्ता सुनीता दत्ता ने अधिवक्ता परिषद ब्रज की गाजियाबाद इकाई द्वारा आयोजित महिला दिवस के कार्यक्रम में कहीं. बार रूम में अधिवक्ता परिषद की गाजियाबाद इकाई द्वारा संयुक्त परिवार में महिलाओं की भूमिका: एक न्यायिक विश्लेषण -विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया.
श्रमजीवी है महिलाएं
मुख्य वक्ता दत्ता ने आगे बताया कि जब वह इस व्यवसाय में आई तो गिनी चुनी महिलाएं थी किंतु आज महिलाएं आगे बढ़कर वकालत के व्यवसाय में नाम कमा रही हैं जो उनकी ईमानदारी तथा कार्य करने की क्षमता को प्रदर्शित करता है. कार्यक्रम का आरंभ वंदे मातरम तथा भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया.
संयुक्त परिवार महत्वपूर्ण
कार्यक्रम में सुनीता सुद द्वारा उपस्थित महिला अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि महिलाओं की जिम्मेदारी अन्य व्यक्तियों के मुकाबले कहीं ज्यादा है क्योंकि एक अच्छी तथा संस्कारवान महिला ही संयुक्त परिवार को जन्म दे सकती है तथा अगर परिवार संयुक्त रहेगा तो किसी भी प्रकार के वाद विवाद के संभावना भी समाप्त हो जाएगी.
न्याय मर्म धर्म
पूर्व प्रांत के उपाध्यक्ष आशा रानी द्वारा परिषद के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि अधिवक्ता परिषद न्याय मर्म धर्म के साथ काम कर रहा है. इस गोष्ठी का संचालन गीता सिंगल द्वारा किया गया तथा अंत में गाजियाबाद इकाई की अध्यक्ष श्रद्धा चौहान ने उपस्थित सभी महिला अधिवक्ताओं एवं अन्य श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सबको महिला दिवस की शुभकामनाएं दी.
यह रही मौजूद
उपस्थित वरिष्ठ महिला अधिवक्ताओं को न्याय प्रवाह देकर सम्मानित किया गया तथा अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया कार्यक्रम में मुख्य रूप से आकांक्षा, प्रीति जायसवाल, प्रीति,शुभलता, सुमन, भारती शर्मा, चंचल गुप्ता, सारिका त्यागी, सुनीता वर्मा,शालू, पिंकी ठाकुर, आदि मौजूद रहे।