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पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग बजट में क्या
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश के दिव्यांग सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप गाजियाबाद से ताल्लुक रखते हैं। जिन्होंने बजट पर मीडिया कर्मियों से चर्चा की इस मौके पर उन्होंने बताया कि किस तरह से योगी सरकार ने दिव्यांगजनों एवं पिछड़े वर्ग के लिए सरकारी खजाने का मुंह खोल दिया है
सार्थक प्रयास जारी
उन्होंने बताया कि दोनों ही मंत्रालय में धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी पिछड़ा वर्ग वंचित है जिनके विकास के लिए बहुत कार्य करना अभी बाकी है वही दिव्यांगजनों को भी आत्मनिर्भर बनकर उनमें आत्मविश्वास पैदा करना सरकार की प्राथमिकता है।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने बताया कि योगी सरकार ने दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान योजना के लिए 1424 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। वहीं, शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए कृत्रिम श्रवण सहायक यंत्र आदि खरीदने के लिए 35 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है।
बचपन डे केयर
इसके अलावा, दिव्यांग व्यक्तियों को बीमारी के इलाज हेतु अनुदान योजना के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। छोटे बच्चों के विकास को ध्यान में रखते हुए 03 से 07 वर्ष के श्रवणबाधित, मानसिक मंदित तथा दृष्टिबाधित दिव्यांग बच्चों के फ्री-स्कूल रेडीनेस के लिए 18 मण्डलीय जनपदों में 'बचपन डे केयर सेंटर्स' का संचालन किया जा रहा है।
पिछड़े वर्गों के विकास पर जोर
बजट में पिछड़े वर्गों के विकास को भी प्राथमिकता दी गई है। पिछड़ा वर्ग पूर्वदशम एवं दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के तहत 2825 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, पिछड़े वर्ग के निर्धन परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक सहायता के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। युवाओं के कौशल विकास और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए पिछड़े वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिलाने हेतु 35 करोड़ रुपये की राशि प्रस्तावित की गई है। इससे प्रदेश के हजारों युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।