गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता।
बदलते मौसम में तेजी के साथ बीमारियों में इजाफा हो रहा है जिसके चलते सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की भरमार देखी जा रही है जबकि इंतजाम बेहतर न होने के चलते स्वास्थ्य विभाग लचर दिखाई दे रहा है।
आरोग्य स्वास्थ्य मेले में इलाज कराने आए सत्तर फीसदी मरीजों को सर्दी, जुकाम और बुखार के अलावा शरीर में दर्द की परेशानी थी। अलग-अलग केंद्रों पर 423 महिलाओं और 236 बच्चों का टीकाकरण हुआ। कुत्ते एवं बंदरों के काटने पर 68 लोगों काे एंटीरेबीज का टीका लगाया गया।
70% आ रहे हैं बुखार के मामले
नोडल अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि जिले में रविवार को 67 केंद्रों पर आयोजित आरोग्य मेले में 3185 मरीज उपचार कराने पहुुंचे। नोडल ने बताया कि मेले में इलाज कराने पहुंचे 70 फीसदी मरीजों को बुखार और कमजोरी की परेशानी थी।
खांसी गले में दर्द मरीज
उन्होंने बताया कि बुखार, खांसी और गले में दर्द के 65 फीसदी मरीज थे, जबकि 20 फीसदी मरीजों में जोड़ों का दर्द, उच्च रक्तचाप, मधुमेह की समस्या देखने को मिली। इलाज कराने आए 536 मरीजों को सीटी स्कैन, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जांच कराने के लिए एमएमजी, जिला संयुक्त और महिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया।
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सावधानी है जरूरी
नगरीय स्वास्थ्य केंद्र घूकना की प्रभारी डॉ. संगीता ने बताया कि मौसम में बदलाव हो रहा है। इस समय सुबह और शाम के समय सर्दी हो रही है। ऐसे मौसम में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। क्योंकि मौसम में बदलाव के समय शरीर उसके अनुरूप ढल नहीं पाता है।
इस कारण से लोग बीमार हो जाते हैं। डॉ. संगीता का कहना है कि अभी दस से 15 दिन तक सुबह शाम सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। सुबह के समय टहलने के अलावा गुनगुना पानी पीएं। अगर जुकाम या बुखार हो रहा हो तो एंटीबायोटिक दवाई लेने से बचें, पैरासीटामॉल ले सकते हैं, लेकिन उसकी डोज मरीज के वजन के अनुसार तय होता है। इसलिए दवाई लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें तो बेहतर होगा।