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Failure : तेजी से मिल रहे है टीबी के मरीज, स्वास्थ्य विभाग का फूला रहा दम

टीबी मरीज खोजने के लिए चलाए गए विशेष अभियान में सिर्फ 90 दिन में पांच हजार से अधिक रोगी मिल चुके हैं। इतनी अधिक संख्या में नए मरीज मिलने पर शासन स्तर से मॉपअप राउंड चलाने का.......

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Syed Ali Mehndi
सीएमओ कार्यालय गाजियाबाद

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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

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टीबी मरीज खोजने के लिए चलाए गए विशेष अभियान में सिर्फ 90 दिन में पांच हजार से अधिक रोगी मिल चुके हैं। इतनी अधिक संख्या में नए मरीज मिलने पर शासन स्तर से मॉपअप राउंड चलाने का निर्देश जारी किया गया है। इस मॉपअप राउंड में टीबी रोगी को लेकर उच्च संक्रमित क्षेत्र (हाई रिस्क एरिया) को कवर किया जाएगा। इन क्षेत्रों में मॉपअप राउंड चलाते हुए फिर से टीबी मरीजों को तलाशा जाएगा। जिससे जिले को हर स्तर पर टीबी मुक्त किया जा सकें।

फेल हुआ स्वास्थ्य विभाग

कई वर्ष से स्वास्थ्य विभाग बेहद जोर शोर से अभियान चला रहा है कि 2025 तक देश से टीबी का नाम निशान मिटा दिया जाएगा। इस क्रम में हजारों करोड़ों रुपए खर्च किए गए कई बार सिविल लगाए गए दूर दराज इलाकों में दवाई पहुंचाई गई जागरूकता अभियान चलाए गए लेकिन स्वास्थ्य विभाग के हाथ कामयाबी नहीं लगी जिस तरह से सिर्फ 3 महीने में 5000 टीबी के मरीज मिल गए हैं उसको देखकर साफ कहा जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग अपने मिशन में पूरी तरह से नाकामयाब साबित हुआ है ऐसे में अब मुमकिन नहीं लगता कि इस वर्ष अंत तक जनपद से टीबी का सफाया हो सके

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सघन अभियान शुरू 

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनिल कुमार यादव का कहना है कि देश को 2025 तक टीबी मुक्त किया जाना है। इसमें जिला स्तर पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में एक सौ दिवसीय सघन टीबी अभियान शुरू किया गया है। 90 कार्यदिवस के अभियान में अभी तक 7.50 लाख लोगों की स्क्रीनिंग में 5273 मरीज मिल चुके हैं। अभियान 24 मार्च 2025 तक चलेगा। अभियान को लेकर शासन स्तर से भी मॉनिटरिंग की जा रही है। मॉपअप राउंड के तहत छूटे हुए टीबी मरीजों की तलाश की जाएगी। अभी तक विजयनगर, लोनी, खोड़ा में सबसे अधिक मरीज मिले हैं।

हाई रिस्क एरिया का चयन 

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मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि शासन के निर्देश पर 24 मार्च के बाद हाई रिस्क एरिया का चयन किया जाएगा। इन क्षेत्रों में मॉपअप राउंड चलाते हुए मरीजों की खोज की जाएगी।

 

 

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