गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
हर दिन सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से जानकारी मिलती रहती है कि साइबर ठग तरह-तरह के हथकंडे अपनागर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं। पुलिस भी जागरूकता के लिए गाहे-ब-गाहे लोगों को जागरूक करने की कोशिश करती है। मगर मामूली से लालच में अपनी गाढ़ी कमाई गंवाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। ताजा मामला ही ले लीजिए शहर के रहने वाले एक साहब को पांच हजार कमाने का लालच दिया गया। साहब बहकावे में आए और 1.36 लाख की चपत लगवा बैठे। अब पुलिस से गुहार लगाई है।
ये है मामला
साइबर ठगों ने किराना कारोबारी के व्हाट्सएप पर लिंक भेजा और शेयर बाजार में उनके ग्रुप में जुड़ने पर पांच हजार रुपये का ऑफर दिया। कारोबारी मयंक गोयल निवासी डासना गेट ग्रुप में जुड़े तो साइबर ठगों के चंगुल में फंस गए। शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा का झांसा देकर 1.36 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित कारोबारी नगर कोतवाली क्षेत्र के काजीमल मोहल्ला निवासी मयंक गोयल (36) हैं। मयंक के मोबाइल पर 23 दिसंबर 2024 को एक लिंक मैसेज भेजा गया। लिंक ओपन करने पर एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज कस्टमर लेन से जोड़ा गया। इस ग्रुप में 75 सदस्य थे।
फाइनेंस एडवाइजर बनकर ठगा
ग्रुप में खुद को वित्तीय विशेषज्ञ बताने वाले लोगों ने शेयर बाजार में निवेश करने के तरीके बताए। प्ले स्टोर से एक एप डाउनलोड कराया। एप पर निजी जानकारी भी पीड़ित को साझा करनी पड़ी। साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने का झांसा दिया। पीड़ित ने अलग-अलग बैंक खातों में 1.36 लाख रुपये निवेश किए।
उडन-छू होने पर महसूस हुई गलती
पीड़ित ने ग्रुप के बारे में जानकारी जुटाई तो ठगी का अहसास हुआ। मयंक गोयल ने निवेश की गई धनराशि और पांच हजार के ऑफर दिलाने की मांग की। इसके बाद ग्रुप निष्क्रय कर दिया गया। पीड़ित ने नगर कोतवाली में साइबर ठगों के खिलाफ बीएनएस 66डी कम्प्युटर संसाधनों से संपत्ति हड़पने की धारा में मुकदमा पंजीकृत कराया है।
एसीपी बोले-तलाश जारी
नगर कोतवाली एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। बैंक खातों की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही ठगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।