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मधुबन बापूधाम का किया निरीक्षक
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने मधुबन बापूधाम आवासीय योजना को नई दिशा देने की तैयारी पूरी कर ली है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नंद किशोर कलाल ने योजना क्षेत्र में प्रस्तावित विकास कार्यों के अंतिम प्लान को मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब भूखंड आवंटन से लेकर अधोसंरचना विकास तक, सभी प्रक्रियाओं में तेजी आने की उम्मीद है।
100 करोड़ का खर्च
प्राधिकरण सचिव राजेश कुमार सिंह और अभियंत्रण अनुभाग के अधिकारियों ने स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सड़क निर्माण, ड्रेनेज सिस्टम, अधोसंरचना विस्तार और अन्य आवश्यक सुविधाओं की प्राथमिकताओं को तय कर लिया गया। अधिकारियों के अनुसार, लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास कार्य अत्यंत शीघ्र प्रारंभ किए जाएंगे। इन कार्यों के पूरा होने पर योजना क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बेहतर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
27 नवंबर को नीलामी
मधुबन बापूधाम योजना लगभग 800 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही है, जिसमें किसानों को कुल 647 भूखंड आवंटित करने की प्रक्रिया भी आगे बढ़ चुकी है। किसानों को उनका हक दिलाने और उनके पुनर्वास की दिशा में यह बड़ा कदम माना जा रहा है। विकास प्राधिकरण का दावा है कि योजना से जुड़े सभी पक्षों के हितों को ध्यान में रखते हुए पारदर्शी तरीके से कार्य किया जा रहा है।भूखंड आवंटन के लिए प्राधिकरण ने लॉटरी ड्रॉ की तिथियां भी निर्धारित कर दी हैं।27 नवंबर को 40, 60, 90 और 150 वर्गमीटर के भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। ये छोटे आकार के भूखंड मुख्य रूप से मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए बड़ी राहत साबित होंगे।इसके बाद 28 नवंबर को 200 वर्गमीटर से लेकर 2000 वर्गमीटर आकार वाले भूखंडों का लॉटरी ड्रॉ आयोजित किया जाएगा। यह श्रेणी बड़े प्लॉट की आवश्यकता रखने वाले लोगों और वाणिज्यिक उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त होगी।
प्रतिक्षा के बाद समाधान
जीडीए सचिव श्री सिंह का कहना है कि विकास कार्यों के शुरू हो जाने के बाद मधुबन बापूधाम योजना अपनी मूल संरचना में आकार लेगी। इससे न केवल आवंटियों को फायदा मिलेगा, बल्कि किसानों को भी उनका अधिकार सुरक्षित रूप से प्राप्त होगा। वर्षों से लंबित योजना में तेजी आने से स्थानीय निवासियों और आवंटियों में उत्साह है।कुल मिलाकर, मधुबन बापूधाम योजना में प्राधिकरण का यह प्रयास गाजियाबाद के शहरी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
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