खोड़ा थाना क्षेत्र में निजी ऑटो फाइनेंस कंपनी के दो कलेक्शन एजेंट ने कंपनी को 70 लाख रुपए का चूना लगा दिया। दोनों एजेंट ने फाइनेंस की किश्तें तो वसूल कीं, लेकिन कंपनी में जमा नहीं करवाईं। जब आवेदकों ने सभी किश्त जमा करने का दावा करते हुए एनओसी की मांग की तब कहीं जाकर घोटाले का खुलासा हुआ। कपंनी संचालक की ओर से दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है।
पांच साल में 70 लाख हड़पे
खोडा थाना क्षेत्र के सुभाष पार्क में राममोहन गुप्ता ऑटो फाइनेंस कंपनी का कार्यालय चलाते हैं। उनके पास कई बड़ी कंपनियों की भी फ्रैंचाइजी है। राममोहन गुप्ता के अनुसार उन्होंने कलेक्शन ऐजेंट के तौर पर रिंकू यादव और ओमप्रकाश यादव निवासी फरीदाबाद को नियुक्त किया था। दोनों को वाहन फाइनेंस करवाने वालों से किश्त लेकर कार्यालय में जमा करने का कार्य सौंपा गया था। राममोहन गुप्ता के अनुसार कोरोना काल से पहले तक सब कुछ सही चल रहा था। 2020 से धीरे धीरे हर माह कलेक्शन कम होता गया। यह सिलसिला 5 साल तक चलता रहा। 2025 में वाहन फाइनेंस करवाने वाले दो लोगों ने सभी किश्तें चुकाने की बात कहते हुए एनओसी मांगी। जब इसकी जांच की गई तो घोटाले का पता चला। आवेदकों ने पूरी किश्तें कलेक्शऩ एजेंट को दीं, लेकिन उन्होंने कंपनी में जमा नहीं करवाई। जिसके बाद जांच की गई तो लगभग 70 लाख रुपए का घोटाला सामने आया।
चेक भी हुआ बाउंस
राममोहन गुप्ता के अनुसार गबन के चलते वह कई लोगों के लाखों रुपयों के कर्जदार हो गए हैं। इस बारे में जब रिंकू और ओमप्रकाश से बात की गई तो ओमप्रकाश ने 70 लाख रुपए का चेक भी उन्हें दिया, लेकिन वह चेक बाउंस हो गया। जिसके बाद राममोहन गुप्ता ने पुलिस को मामले की शिकायत की। पुलिस के आलाधिकारियों के आदेश पर दोनों के खिलाफ अमानत में ख्यानत का केस दर्ज कराया गया है। खोड़ा पुलिस का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच कर जरूरी कार्रवाई की जा रही है।