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क्या आप सोच भी सकते हैं कि हाईक्लास एसी ट्रेनों में शुमार राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से नशे के कारोबार का संचालन किया जा सकता है। लेकिन ऐसा कर रहे थे नशे के सौदागर। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से देश की राजधानी दिल्ली तक इस कारोबार का अरसे से संचालन हो रहा था। खास बात ये थी कि इस रेकैट से जुड़े लोग दिल्ली में ज्यादा चैकिंग की वजह से ट्रेन से गाजियाबाद में उतर जाते थे। पुलिस ने गैंग की महिला सदस्या समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर 32 किलो गांजा बरामद किया है।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की टीम ने रविवार को एक महिला समेत तीन लोगों को 32 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया। तीनों लोग राजधानी एक्सप्रेस से कूदकर भागने की फिराक में लगे थे। उनकी पहचान अमीनुर, शाहआलम व लायला खातून के रूप में हुई। तीनों पश्चिमी बंगाल के कूच बिहार जिले के सुक्ताबारी, कालीबारी घाट के रहने वाले हैं।
एसी क्लास में चलते थे तस्कर
जीआरपी निरीक्षक नवरत्न गौतम के मुताबिक छानबीन में पता चला है कि इस गैंग का मुख्य सप्लायर पश्चिमी बंगाल का ही एक बड़ा तस्कर है, जो अमीनुर को किसी के माध्यम से जानता है। उसी ने तीनों लोगों की टिकट बुक कराई थी। पहले भी वह कन्फर्म टिकट पर ही यात्रा करके आए थे। महिला को साथ इसलिए रखते थे ताकि आसानी से उनपर कोई शक न कर सके। राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से सफर करने के पीछे भी इनकी मंशा यही थी।
हर एक को मिलते थे 8 हजार
पूछताछ में तस्करों ने खुलासा किया है कि हर बार माल तस्करी करके पहुंचाने की एवज में उन्हें 24 हजार रुपये मिलते थे। जिसमें से हर एक व्यक्ति के हिस्से में आठ हजार रुपये आते थे। जबकि आने-जाने की टिकट गिरोह का सरगना ही बुकिंग के जरिये कराता था।
इसलिए उतरते थे गाजियाबाद
जीआरपी के कार्यवाहक सीओ अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि माल लेकर चलने के बाद वो मोबाइल से एक दूसरे से कोई संपर्क नहीं करते थे। दिल्ली स्टेशन पर चेकिंग अधिक होने की वजह से वह गाजियाबाद में उतरे थे। यहां उनको कार से दिल्ली जाना था। दिल्ली में जिस व्यक्ति से उनको मिलना था, वह कालका में खड़ा था। अब पुलिस टीम मुख्य सप्लायर और माल मंगवाने वाले की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में है। बरामद गांजे की कीमत पांच लाख से ज्यादा है।
ट्रेन धीमी होने पर कूदकर भागे
राजधानी का ठहराव गाजियाबाद में नहीं है। सिग्नल की वजह से कोटगांव के पास ट्रेन धीमी हुई तो तीनों लोग उसमें से कूद गए। तभी वहां जीआरपी की टीम मौजूद थी। तीनों पर छोटे बड़े सूटकेस थे। पुलिस ने उनको रोका तो भाषा आसपास की नहीं थी। तभी वह बाहर निकलने के लिए भागने लगे। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। तलाशी लेने पर गांजा बरामद हुआ।