Ghaziabad Dudheshwarnath Corridor: प्रशासन ने बीरबल की खिचड़ी बनाया CM का ड्रीम प्रोजेक्ट
सरकारी मशीनरी ने गाजियाबादियों की दशकों पुरानी इच्छा और सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट दूधेश्वर नाथ कॉरिडोर को बीरबल की खिचड़ी बनाकर छोड़ दिया है। विधानसभा चुनाव में किए Cm योगी के ऐलान को महीनों बीते। मगर, कॉरिडोर का डीपीआर तक निगम तैयार नहीं करा सका है।
हफ्ते 10 दिन में सरकारी अमला दावा करने लगता है कि दुधेश्वरनाथ कॉरिडोर को लेकर तैयारियां तेज हो गईं हैं। कभी कहा जाता है कि नक्शे-डीपीआर का काम लगभग पूरा हो गया है। लेकिन हकीकत ये है कि अब तक सब केवल हवा में चल रहा है। यानि सरकारी मशीनरी ने सीएम योगी के महीनों पहले किए गए ऐलान को महज बीरबल की खिचड़ी बनाकर चोड़ दिया है। अब निगम की तरफ से एक बार फिर दावा किया जा रहा है कि कॉरिडोर का नक्शा तैयार कर लिया गया है। डीपीआर तैयार किया जा रहा है। इसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से इसको स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। शासन की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद कॉरिडोर के निर्माण को शुरु किया जाएगा। जाहिर है कि गाजियाबाद की भावनाओं और धार्मिक आस्था को वो चूरन बना दिया गया है जिसे चटाकर सरकारी मशीनरी अपनी गाहे-ब-गाहे होने वाली लापरवाहियों पर पर्दा डालती रहती है।
ये है दूधेश्वरनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट
Ghaziabad News: शासन को भेजा जाएगा दुधेश्वरनाथ कॉरिडोर का डीपीआर और नक्शा
गाजियाबाद। दुधेश्वरनाथ कॉरिडोर को लेकर तैयारियां तेज हो गईं हैं। नगर निगम की ओर से कॉरिडोर का नक्शा तैयार कर लिया गया है। डीपीआर तैयार किया जा रहा है। इसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से इसको स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। शासन की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद कॉरिडोर के निर्माण को शुरु किया जाएगा।
ये है दूधेश्वरनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट
दुधेश्वरनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से वायदा किया था। सीएम ने दावा किया था कि जल्द ही इस पर काम शुरू होगा। लेकिन कई महीने बीत जाने के बावजूद मुख्यमंत्री के सपने को सच करने के नाम पर नगर निगम और अन्य विभागों के अफसर केवल गाहे-ब-गाहे इसे याद कर औपचारिकता पूरी करने में जुटे हैं। हर बार मीडिया के सामने अफसर दावा करते नजर आते हैं कि तैयारियों में जुटे हैं। कवायद तेज की जा रही है। मगर, हकीकत ये है कि महीनों बीतने के बाद भी केवल दिखावा ही हो रहा है।
सिर्फ हवाई निर्देश, धरातल पर कुछ नहीं
गौरतलब है कि सीएम योगी के ऐलान के समय नगर आयुक्त ने मुख्य अभियंता निर्माण को कॉरिडोर के नक्शे को तैयार करने के निर्देश दिए थे। लगातार बैठक और स्थलीय निरीक्षण का दिखावा चलता रहा। मगर, हाल ये है कि कई महीने बीतने के बाद अब जाकर सिर्फ नगर निगम की ओर से कॉरिडोर का नक्शा तैयार करने का दावा किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि पिछले दिनों नगर निगम की ओर से नगर आयुक्त ने जिलाधिकारी व सदर विधायक समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के सामने नक्शा पेश किया था। अब इसको फाइनल करते हुए शासन के पास भेजने की तैयारी की हो रही है। ये तैयारी कब पूरी होगी, कब नक्शा शासन को भेजा जाएगा, कब पास होगा, कब डीपीआर बनेगी, कब डीपीआर शासन को भेजी जाएगी, कब पास होकर आएगी और कब काम धरातल पर नजर आएगा कोई नहीं जानता। सब हवा-हवाई चला आ रहा है।
दुकानें भी न कर सके शिफ्ट
नगर निगम की ओर से कॉरिडोर के निर्माण के दौरान मंदिर के बाहर की दुकानों को शिफ्ट करने की योजना पर सबसे पहले काम होना था। लगातार दावा किया जाता रहा है कि इसे लेकर योजना को तैयार कर लिया गया है। लेकिन आज तक इन दुकानों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किए जाने के काम पर भी कोई ठोस कवायद नहीं हो सकी। मंदिर के आसपास की सड़कों को चौड़ा किया जाना था, मगर उस दिशा में भी काम अधूरा है। नक्शे में श्रद्धालुओं के बैठने के लिए स्थान, प्रसाद वितरण के लिए स्थान समेत अन्य सभी जरूरी चीजों का विशेष ध्यान रखा जाना है। उस पर भी सिर्फ खानापूर्ति जारी है।
सिर्फ पर्यटन विभाग करा रहा कुछ काम
सोमवार को मंदिर में भीतर से बाहर तक तड़के से दोपहर तक श्रद्धालुओं का जमघट रहा।
गौरतलब है कि काॅरिडोर के निर्माण से पहले दूधेश्वरनाथ मंदिर का सुंदरीकरण पर्यटन विभाग की ओर से किया जा रहा है। सुंदरीकरण का जिम्मा यूपीपीसीएल को दिया है। सुंदरीकरण के तहत मंदिर के गेट को आकर्षक बनाया जाएगा। श्रद्धालुओं के बैठने के लिए व्यवस्था की जाएगी। महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा मंदिर के आसपास दिशा सूचक बोर्ड लगाए जाएंगे। केवल पर्यटन विभाग कछुआ चाल से इस दिशा में काम कर रहा है। मगर, जिले की सरकारी मशीनरी यदा-कदा मंदिर का दौरा कर केवल कानापूर्ति करने की कवायद में ही जुटी है।
कौन जाने कब होगा सपना साकार?
सिद्धपीठ दूधेश्वरनाथ में श्रद्धालुओं की कतार।
काॅरिडोर बन जाने के बाद मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की राह आसान हो जाएगी। सावन के दिनों सुबह से मंदिर के बाहर लंबी कतारें लग जाती हैं। श्रद्धालुओं को घंटों अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ता है। मंदिर के आसपास ट्रैफिक जाम हो जाता है। काॅरिडोर बन जाने से शिवरात्रि, महाशिव रात्रि और अन्य पर्व पर भी श्रद्धालुओं को दूधेश्वरनाथ के दर्शन में सुविधा होगी। त्योहारों पर सबसे ज्यादा भीड़ रहती है।नगर आयुक्त ने गेंद लुढ़काई शासन के पाले में
नगर आयुक्त ने गेंद लुढका दी शासन के पाले में
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक का कहना है कि नगर निगम की ओर से कॉरिडोर के निर्माण के लिए नक्शा तैयार कर लिया गया है। डीपीआर के साथ नक्शे को जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा। शासन से स्वीकृति के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लेकिन बड़ा सवाल ये कि कब तक डीपीआर तैयार होगी?
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