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Ghaziabad Exclusive: साइबर ठगों ने पुलिसकर्मी को लगा दी 10 लाख की चपत, जानें कैसे?

गेमिंग एप के झांसे में आकर एक यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल के बेटे को साइबर ठगों ने फंसाया और हेड कांस्टेबल के खाते से करीब 10 लाख रुपये निकाल लिए। मामले का पता चलने पर पुलिसकर्मी ने केस दर्ज कराया है।

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Rahul Sharma
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गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।

बुलंदशहर में तैनात यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल के बेटे को साइबर ठगों ने अपने झांसे में लेकर पुलिसकर्मी पिता के खाते को ही साफ कर डाला। शातिरों ने गेमिंग एप के जरिये युवक को पहले फंसाया, फिर उसके जरिये पुलिसकर्मी के खाते से करीब 10 लाख की नगदी साफ कर दी। पीड़ित पुलिसकर्मी ने साइबर थाने में केस दर्ज कराया है।

ये है पीड़ित पुलिसकर्मी

कोतवाली नगर क्षेत्र के सराय नजर अली इलाके के रहने वाले हसमुद्दीन पुत्र जमील अहमद यूपी पुलिस में मुख्य आरक्षी के रूप में तैनात हैं। उनकी पोस्टिंग बुलंदशहर में है। हसमुद्दीन की ओर से कोतवाली नगर स्थित साइबर थाने में केस दर्ज कराया गया है। जिसमें अज्ञात लोगों पर करीब 10 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया गया है।

17 साल के बेटे को गेमिंग एप से फंसाया

ठगी की ये वारदात 22 जून 2024 से शुरु हुई। किसी अनजान शख्स ने एक लिंक के जरिए APK फाइल भेजकर पुलिसकर्मी के 17 साल के बेटे आदिल से अपलोड कराई। फिर एक फर्जी गेमिंग एप इंस्टाल कराया और इसके बाद एक-एक कर 12 बार में उनके बैंक ऑफ बड़ोदा के खाते से 9 लाख 97 हजार रुपये की रकम साफ कर डाली।

पुलिसकर्मी को 3 महीने पहले चला पता

इस गोरखधंधे की जानकारी पुलिसकर्मी को करीब तीन महीने पहले हुई। उन्होंने बैंक और अन्य माध्यमों से ठगी करने वालों का सुराग लगाने की कोशिश की। मगर, जब कामयाबी नहीं मिली, तो साइबर थाने में केस दर्ज कराया है।

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