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गाजियाबाद में एक महिला पर दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाकर चार लाख की वसूली का आरोप लगा है। महिला ने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताते हुए सांसद-विधायक का करीबी भी बताया था। पुलिस ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला पर गैंग बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया गया है।
ये है मामला
सिहानी के नूरनगर निवासी रियाजुद्दीन ने बताया कि वह सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम करते हैं। उन्होंने करुणा के घर पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। आरोप है कि अगस्त 2023 में उनके पास करुणा का फोन आया। उसे कहा गया कि सिहानी में लक्की अंसारी नाम के लड़के को उन्होंने दुष्कर्म के झूठे केस में जेल भिजवाया था, जिसे वह युवती से बयान बदलवा कर बाहर निकलवा देंगी। इसके लिए चार लाख रुपये देने होंगे। इस पर रियाजुद्दीन ने लक्की के भाई महबूब अंसारी और बहन से फोन करके पैसे मांगे। इसकी काल रिकार्डिंग उनके पास है। इसके बाद महबूब अंसारी व उनकी बहन के साथ वह चार लाख रुपये लेकर गाजियाबाद कोर्ट के बाहर पहुंचे। यहां करुणा, उनके पति दिनेश और रोहित सिंह गाड़ी में मिले, रोहित को करुणा ने अपना भाई बताया।करुणा के कहने पर चार लाख रुपये उन्होंने दिनेश को दे दिए। इसके बाद करुणा वहां से चली गईं और वापस नहीं लौटी। कुछ समय बाद रुपये वापस लेने वह करुणा शिसोदिया के घर गए तो उन्होंने लक्की अंसारी की तरह उन्हें भी झूठे केस में फंसवाकर जेल भेजने की धमकी दी। पीड़ित का आरोप है कि करुणा शिसोदिया ने बताया था कि वह तीन साल से भाजपा नेत्री हैं और विधायक व सांसद से उनके संबंध हैं। वह युवती के बयान बदलवाकर दुष्कर्म आरोपित को रिहा करा देंगी। युवक के रिहा नहीं होने पर जब पीड़ित ने दिए गए रुपये मांगे तो उसे भी जेल भिजवाने की धमकी दी गई।