गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
बड़ी पुरानी कहावत है कि घर का भेदी लंका ढावे। यही कारनामा कर दिखाया गाजियाबाद नगर निगम के एक सुपरवाइजर और दो अस्थाई कर्मचारियों ने। निगम की गाड़ियों में भरे जाने वाले दो हजार डीजल की चोरी करने के मामले में इनकी संलिप्ततता सामने आई है। जहां सुपरवाईजर को निलंबित कर दिया गया है, वहीं दोनों कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
ये है मामला
गाजियाबाद नगर निगम द्वारा सभी विभागों के वाहनों को नंदग्राम स्थित सरकारी पेट्रोल पंप के माध्यम से डीजल की आपूर्ति की जा रही है। जिसमें 2000 लीटर डीजल की चोरी के प्रकरण की शिकायत नगर आयुक्त को प्राप्त हुई। जिस पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की गई। मौके पर महापौर द्वारा भी जाकर प्रकरण की जानकारी ली गई। नंदी गौशाला के सामने स्थित पेट्रोल पंप पर सुपरवाइजर संजय जो स्थाई कर्मचारी है उसे तत्काल निलंबित किया गया। दो आउटसोर्सिंग कर्मचारी सत्येंद्र तोमर तथा सत्येंद्र पोद्दार को बर्खास्त भी किया गया है।
पेट्रोल पंप मालिक को दिए निर्देश
महापौर सुनीता दयाल ने पेट्रोल पंप पर निगरानी बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा पेट्रोल पंप की बाउंड्री करने के निर्देश दिए गए तथा पेट्रोल पंप का सभी डाटा डिजिटल करने के निर्देश टीम को दिए गएl डीजल चोरी प्रकरण की शिकायत प्राप्त होती ही सेनेटरी जोनल ऑफिसर द्वारा मौके पर जांच की गई। डीजल वितरित करते समय अनियमिता पाए जाने पर डीजल को तथा गाड़ी को जप्त कर लिया गया।
छुट्टी वाले दिन हो रही थी हेराफेरी
छुट्टी के दिन इस प्रकार का कृत्य किया जा रहा था। महापौर की पड़ताल में ये कारनामा सामने आने पर इस तरफ से आंखें मूंदे बैठा विभाग हरकत में आया और सस्पेंशन और बर्भाखास्गतगी की कार्रवाई की गई।
सेनेटरी ऑफिसर-क्लर्क से मांगा स्पष्टीकरण
नगर आयुक्त के मुताबिक नंदग्राम स्थित निगम का पेट्रोल पंप है। जिससे सभी विभागीय वाहनों को डीजल की आपूर्ति की जाती है। शिकायत प्राप्त हुई कि मौके पर चोरी हो रही है। इसका तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित सुपरवाइजर को निलंबित किया गया है। आउटसोर्सिंग दो कर्मियों को भी तत्काल पर प्रभाव से बर्खास्त किया गया है। इसके अलावा जोनल सेनेटरी ऑफिसर ओमपाल और संबंधित बाबू को स्पष्टीकरण जारी किया गया है।
जांच के लिए कमेटी गठित, होगी FIR
नगर आयुक्त ने बताया कि प्रकरण की पूरी जांच करने के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी भी बनाई गई है जांच के उपरांत दोषियों के विरुद्ध FIR भी कराई जाएगी किसी प्रकार की लापरवाही करने वालों या प्रकरण में सम्मिलित को बक्शा नहीं जाएगा। अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश व समस्त विभागीय अधिकारियों को मॉनिटरिंग प्रबल रखने के कड़े निर्देश दिए गएl