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पुलिस कमिश्नर के तकरीबन ढाई साल के चार्ज के दौरान जहां कई फैसलों को लेकर रार रही, वहीं संत समाज और नंदकिशोर गूर्जर से अलग भी भाजपाईयों और हिंदू समाज से जुड़े लोगों से उनके विवाद सुर्खियों में रहे। जाहिर है कि वे लोग भी नंदकिशोर गूर्जर की ही तरह कमिश्नर के तबादले से खुश होंगे और जश्न मना रहे होंगे।
यति नरसिंन्हानंद से विवाद
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गौरतलब है कि डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती से पुलिस कमिश्नर के विवाद की शुरुआत तब हुई थी जबकिकलक्ट्रेट परिसर में उनके साथ पुलिस ने कथित तौर पर मारपीट की थी।उसके बाद कभी सीएम योगी पर तो कभी मुस्लिम समाज और उससे जुड़े विवादित बयानों को लेकर पुलिस की कार्रवाई से पुलिस कमिश्नर और यति नरसिंहानंद सरस्वती के बीच विवाद चला था। छोटे यति यानि अनिल यादव के जेल जाने और यति नरसिंहानंद को कथित हिरासत में रखने के साथ डासना मंदिर पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज को लेकर भी पुलिस कमिश्नर और यति नरसिन्हानंद के बीच विवाद हुआ था।
पिंकी चौधरी की गिरफ्तारी
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बांग्लादेशी बताकर एक बहराइच के रहने वाले बुजुर्ग मुस्लिम से मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू रक्षा दल के प्रमुख पिंकी चौधरी समेत कई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ की गई कार्रवाई पर भी विवाद चला था। हालाकि इस प्रकरण में जेल से पिंकी का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद और चला था।
बीजेपी मंडल अध्यक्ष की गिरफ्तारी का विवाद
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खोड़ा के बीजेपी मंडल अध्यक्ष समेत कई लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी और निरोधात्मक कार्रवाई पर भी विवाद हुआ था। ध्यान होगा कि इस मामले में थाना इंदिरापुरम में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के नेता और कार्यकर्ता दरी बिछाकर थाने के गेट पर बैठ गए थे। वहां पुलिस से इनकी हॉट-टॉक हुई थी। साथ ही पुलिस प्रशासन हाय-हाय के नारे भी लगे थे। युवा मोर्चा के खोड़ा के मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना को रात से पुलिस ने थाने में बैठा लिया था। अनुज को वेरिफिकेशन के नाम पर बुलाया गया था। बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध के बावजूद पुलिस ने अनुज कसना को गैंगस्टर लगाकर जेल भेज दिया गया था।
बीजेपी पार्षद की गिरफ्तारी पर रार
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वार्ड 28 मोहन नगर में दुकानदार दंपती से मारपीट के मामले में भाजपा पार्षद सुधीर की गिरफ्तारी के विरोध में 50 से अधिक पार्षद उतर आए थे।
पार्षदों ने पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ पहले महापौर से उनके आवास और कार्यालय जाकर मुलाकात की थी। देर शाम को पुलिस कमिश्नर से मिलने उनके आवास पर जाने लगे तो उन्हें इंग्राहम कट के पास पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान पार्षदों की पुलिस से धक्का- मुक्की और नोकझोंक भी हुई।