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Ghaziabad Police Commissioner Transfer: ये सनातन की जीत, बुराई की हार-नंदकिशोर गूर्जर

पुलिस कमिश्नर के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाले लोनी विधायक ने तबादले को सनातन धर्म की जीत और असत्य और बुराई की हार करार दिया है। 20 मार्च से नंगे पांव फटे कुर्तें में घूम रहे नंदकिशोर आज 10 बजे गाजे-बाजे के साथ कपड़े बदलेंगे और पैरों में जूते-चप्पल पहनेंगे।

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Rahul Sharma
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गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।

 20 मार्च से नंगे पांव फटे कुर्ते में घूम रहे लोनी से बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गूर्जर ने यंग भारत न्यूज से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर के तबादले पर पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये उनकी नहीं बल्कि सनातन धर्म की जीत है और असत्य-बुराई और असुरीय शक्तियों की हार है। कमिश्नर का तबादला प्रयागराज होने पर उन्होंने कहा कि संगम नगरी में रहकर शायद कुछ पाप धुल जाएं।

तबादले की जानकारी होते ही डाला पोस्ट

नंदकिशोर गूर्जर को पुलिस कमिश्नर का तबादला होने की जानकारी रात करीब 12 बजे हुई। जानकारी को पुख्ता करने के बाद बीजेपी विधायक नंदकिशोर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट डाला। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि ....

श्रीराम किसी को नहीं मारते ! नहीं हत्यारे राम ! 

अपने आप मर जाएंगे, कर कर खोटे काम।।

पोस्ट के आखिर में उन्होंने सत्यमेव जयते लिख अपनी लड़ाई को सत्य की लड़ाई बताते हुए जीत को अपने फेसबुक दोस्तों और फॉलोअर्स से साझा किया। 

'ये सनातन की जीत और असुरों की हार'

लोनी विधायक नंदकिशोर गूर्जर ने यंग भारत न्यूज से फोन पर बातचीत में कहा कि ये शासन की कार्रवाई मेरी जीत नहीं बल्कि पूरे सनातन धर्म और लोनी के एक-एक बच्चे और माता-बहन व युवाओं के सम्मान की जीत है। उन्होंने कमिश्नर के प्रयागराज तबादले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि संगम नगरी में रहकर पुलिस कमिश्नर को अपने कर्मों का पश्चाताप करने का अवसर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। शायद वहां रहकर उन्हें कुछ सदबुद्धि मिले।

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गनोली स्थित गांव में जश्न की तैयारी

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पुलिस कमिश्नर के तबादले के बाद सुबह करीब साढ़े नौ से दस बजे के बीच नंदकिशोर गूर्जर के पेतृक गांव गनौली में स्थित उनके आवास पर बड़े जश्न की तैयारी हो रही है। यहीं अपने समर्थकों के बीच नंदकिशोर फटे कुर्ते का त्याग करके नये कपड़े और पैरों में जूते-चप्पल धारण करेंगे। गौरतलब है कि 20 मार्च को कलश यात्रा में हुई कथित मारपीट की घटना के बाद से ही नंदकिशोर गूर्जर फटा कुर्ता पहनकर घूम रहे हैं। उन्होंने कमिश्नर पर एक्शन होने तक जूते-चप्पलों का परित्याग करने और फटा कुर्ता ही पहने रहने का संकल्प लिया था। 

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