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Ghaziabad police Exclusive: जांच कराइए कमिश्नर साहब! गुडवर्क को भी बेडवर्क बना रही पुलिस, आपके प्रयासों को लगा रहे पलीता

एक तरफ गाजियाबाद के नये कमिश्नर खाकी की छवि के साथ पुलिसिंग में सुधार के लिए नित नये प्रयोग करने में जुटे हैं, वहीं कुछ पुलिसकर्मियों ने एक बड़े गुडवर्क को ही निजी फायदे के लिए बेडवर्क बना दिया। कैसे जाने इस रिपोर्ट में।

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Rahul Sharma
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गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।

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चाहें IAS-IPS हों या फिर कोई और सरकारी नौकरी। सबमें कर्मचारी से अफसर तक को नसीहत दी जाती है कि कानून और सरकारी सुविधाएं सबके लिए समान होनी चाहिए। किसी का हक नहीं मरना चाहिए और कोई न्याय से वंचित नहीं रहना चाहिए। सबके सम्मान का भी बराबर ख्याल रखा जाना चाहिए। मगर, इस तरह का प्रयास कर रहे गाजियाबाद के नये पुलिस कमिश्नर की मौजूदगी में ही कोतवाली सिटी पुलिस ने एक बड़े गुडवर्क को बेडवर्क में बदलने वाला काम कर डाला। उन्होंने फौजी के मकान में किराये पर रहकर चोरी की दर्जनों वारदातें करने वाले शातिर को उसके साथी के साथ गिरफ्तार तो कर लिया। मगर, उससे पूछताछ में मिलीं जानकारी पर हिरासत में लेने के बावजूद दो व्यापारी नेताओं को छोड़ दिया। इन व्यापारी नेताओं पर चोरी का माल सस्ते में खरीदने का आरोप था। यही नहीं चोरी के लेपटॉप-मोबाइल और अन्य सामान खरीदने वालों की फाइलें भी किस गजब के अंदाज में फर्द में ही क्लोज कर दीं, पढ़ें इस रिपोर्ट में। 

ये है मामला

सिटी जोन की कोतवाली पुलिस ने चैकिंग के दौरान चिपियाना गांव के पास से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से एक स्कूटी के अलावा नगदी-जेवरात और महिलाओं के सिले हुए लेडिज सूट दर्जनों की तादात में मिले। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उनका सरगना इन्हीं लोगों में से एक है, जो कविनगर थाना क्षेत्र के महिन्द्रा एंक्लेव में एक फौजी के मकान में किराये पर रहता है। पूछताछ में इन शातिरों ने न सिर्फ नोएडा-ग्रेटर नोएडा समेत सिटी जोन में की गई चोरी की दर्जनों वारदातों का खुलासा किया बल्कि बताया कि कोतवाली क्षेत्र में चल रही एक एक्सपोर्ट कंपनी से भारी संख्या में लेडिज सूट की चोरी की वारदात भी इन्हीं लोगों ने की थी। पूछताछ में ही खुलासा हुआ कि चोरी किए गए लेडिज सूट इन शातिरों ने शास्त्री नगर के दो व्यापारी नेताओं को बेचे थे। पुलिस ने जानकारी के आधार पर दोनों व्यापारी नेताओं को उठाया। उनसे पूछताछ की। मगर चंद घंटों बात ही उन्हें छोड़ दिया। हालाकि छोड़ने की वजह उच्चाधिकारी जांच करेंगे तो सामने आ जाएगी। मगर, पता चला है कि इन व्यापारियों में से एक व्यापार मंडल का पदाधिकारी भी था। चर्चा ये है कि पुलिस ने लेन-देन करके चोरी काम माल खरीदने वाले इन व्यापारियों को छोड़ा है।

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ये हैं गिरफ्तार आरोपी चोर

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1- साहिल अनुरागी, मूल निवासी गांव कुराना, थाना कुराना जिला हमीरपुर हाल पता किरायेदार फौजी का मकान, महिन्द्रा एंक्लेव थाना कविनगर, गाजियाबाद।

2- हिमांशु हाल निवासी मुकेश का किराये का मकान डा.शेर सिंह की दुकान के सामने, गांव रजापुर थाना कविनगर गाजियाबाद

3-  कृष्ण कुमार हाल निवासी किराये का मकान डा.शेर सिंह की दुकान के सामने, गांव रजापुर थाना कविनगर गाजियाबाद

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पुलिस पूछताछ में ये किया खुलासा

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स्कूटी चोरी के माल में एक्सचेंज की

गैंग के सरगना साहिल अनुरागी ने पुलिस को बताया कि उनके पास से बरामद स्कूटी मेरठ की देवलोक कालोनी के रहने वाले मुखलाल की है। जो इस गैंग का ही सदस्य है। ये स्कूटी चोरी की एक वारदात में माल के बंटवारे के दौरान उन्होंने मुखलाल से माल के बदले एक्सचेंज की थी। तबसे इसी से वारदातों को अंजाम दे रहे थे।

एक्सपोर्ट कंपनी से चोरी किया लाखों का माल

इन शातिरों ने खुलासा किया कि कोतवाली नगर क्षेत्र में लालकुआं स्थित मेट्रो मॉल के पास बनी कियासा एक्सपोर्ट कंपनी में इन्हीं लोगों ने चोरी की वारदात की थी। जिसमें लाखों कीमत की लेडिज सूट की गांठ इन लोगों ने चोरी की थीं। इसके अलावा पांच लेपटॉप, एक डेस्कटॉप, 6 बेटरे, एक इनवर्टर, दो डीवीआर, एक मोबाइल साफ किया था। 

पुलिस का ये दावा

पुलिस के मुताबिक पूछताछ में शातिरों ने बताया कि उन्होंने एक्सपोर्ट कंपनी से चोरी किए बेटरे-इनवर्टर और डीवीआर चलते-फिरते कबाड़ियों को बेच दिए। जबकि चोरी किए 5 लेपटॉप और एक डेस्कटॉप दिल्ली की गफ्फार मार्केट में रोड पर खड़े एक शख्स को बेच दिए। जबकि कंपनी से चोरी किए गए लेडिज सूट की गांठ पुलिस ने उनके पास से ही बरामद कर ली। 

ये हो रही है चर्चा, जांच कराओ कमिश्नर साहब !

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चार्ज लेने के बाद से नये पुलिस कमिश्नर जे.रविंदर गौड़ नित नये प्रयोग कर पुलिस व्यवस्था और खाकी की छवि को सुधारने में जुटे हैं। मगर, इस मामले में शहर में चल रही कुछ चर्चाएं गंभीर हैं, जिनकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की जानी जरूरी है, ताकि न सिर्फ चोर पकड़े जा सकें बल्कि उनसे ओने-पोने दाम में चोरी का माल खरीदने वाले सफेदपोश भी बेनकाब हो सकें। चर्चा है कि एक्सपोर्ट कंपनी में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने बेटरी-इन्वर्टर और बेटरे-डीवीआर जिन कबाड़िंयों को बेचे उनसे पुलिस ने मोटी रकम लेकर उन्हें बचा दिया। जबकि पांच लेपटॉप और मोबाइल जिसे बेचे उससे भी साठगांठ कर ली। इतना ही नहीं पुलिस सूत्रों ने जानकारी दी कि एक्सपोर्ट कंपनी से लेडिज सूट की गांठ इस गैंग ने जिस कपड़ा कारोबारी को बेची, वो शास्त्रीनगर व्यापार मंडल का एक पदाधिकारी था। जिसे पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद हिरासत में भी लिया और कई घंटे हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया। हालाकि चर्चा मोटी रकम लेकर व्यापारी नेता को छोड़ने की है। लेकिन निष्पक्ष जांच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। उधर, जानकारी ये भी है कि इसी गैंग ने शास्त्रीनगर के ही एक सर्राफ को भी हिरासत में लिया था। जिस पर चोरी के जेवरात खरीदने का आरोप था। मगर पूछताछ के बाद उसे भी छोड़ दिया गया। पूरी पड़ताल होगी तो स्थिति सामने आएगी।

पुलिस ने इन वारदातों का किया खुलासा

1-डेढ़ महीने पहले मेट्रो मॉल के पास एक्सपोर्ट कंपनी में लाखों की चोरी

2-जनवरी महीने में तुराबनगर के एक मकान से नगदी-जेवरात की चोरी

3-25 दिन पहले कविनगर थाना क्षेत्र में चिरंजीव विहार के एक मकान में नगदी-जेवरात की चोरी

4-29 अप्रैल को शास्त्रीनगर के एक मकान में दिनदहाड़े चोरी।

आरोपियों से बरामदगी

आरोपियों के कब्जे से सोने-चांदी के कुछ जेवरात, एक स्कूटी, एक चोरी की मोटरसाइकिल जिसकी चोरी का मुकदमा वर्ष 2014 में दर्ज होना बताया जा रहा है जबकि 42 लेडिज सूट बरामद दर्शाए गए हैं।

 

 

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