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लोहियानगर के हिन्दी भवन सभागार में नीलामी की प्रक्रिया में मौजूद अधिकारी और बोलीदाता।
अपनी आय के लिए धन जुटाने के लिए पिछले काफी वक्त से गाजियाबाद विकास प्राधिकरण अपनी संपत्तियों की नीलामी करता आ रहा है। इसी कड़ी में बीते बुधवार को भी जीडीए ने अपनी 11 संपत्तियों को बोली लगवाकर नीलाम कराया और इससे 24 करोड़ की रकम जुटाई।
ये हुई कवायद
जीडीए की विभिन्न योजनाओं में रिक्त आवासीय एवं व्यावसायिक संपत्तियों की बिक्री के लिए बुधवार को लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में नीलामी का आयोजन किया गया। 140 संपत्तियों में केवल 11 संपत्तियों की बिक्री नीलामी के माध्यम से हो सकी। प्रताप विहार सेक्टर 11 में स्थित 121 वर्ग मीटर का प्लॉट करीब छह गुना महंगे दाम में नीलाम हुआ। संपत्तियों की नीलामी से हुई बिक्री से 24 करोड़ की राजस्व आय होने की संभावना जताई गई है।अन्य संपत्तियां भी दो तीन गुना महंगे दाम में नीलाम हुईं। नीलामी सुबह 11 बजे से शाम तक चलती रही।
ये संपत्तियां हुई नीलाम
जीडीए के अपर सचिव प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि प्रताप विहार सेक्टर 11 के डीसी-1ए में एक भूखंड 36000 वर्ग मीटर का था। नीलामी में इसकी उच्चतर बोली दो लाख 11 हजार रुपये वर्ग मीटर पर टूटी। करीब छह गुना राजस्व का इजाफा हुआ है। वहीं, नीलामी में इंदिरापुरम योजना के पांच कन्वीनियंट शॉपिंग भूखंडों की 4.84 करोड़, एक आवासीय भवन की 1.04 करोड़, यूपी बार्डर स्थित एक दुकान के भूखंड से 25 लाख, इंद्रप्रस्थ योजना में एक व्यावसायिक भूखंड की 1.17 करोड़, कर्पूरीपुरम योजना में एक आर्ट गैलरी भूखंड की 3.07 करोड़, प्रताप विहार योजना के एक आवासीय भूखंड की 2.57 करोड़ और एक व्यावसायिक भूखंड की 11.06 करोड़ की नीलामी उच्चतम बोली के अनुसार हुई। संपत्तियों के सापेक्ष प्राधिकरण को लगभग कुल 24 करोड़ की संभवित आय होगी। 65 लोगों ने नीलामी के माध्यम से संपत्ति खरीदने के लिए पंजीकरण कराया था। खरीदारों के कम आने और संपत्तियों की कम बिक्री होने पर अगले महीने दोबारा से नीलामी का आयोजन किया जाएगा।