गाज़ियाबाद वाईबीएन संवाददाता
कुशलिया ग्राम में शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए रोटरी क्लब ग़ाज़ियाबाद सफायर ने शुक्रवार को दो आंगनवाड़ियों में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) सॉफ्टवेयर बोर्ड का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3012 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर प्रशांत राज शर्मा एवं मुक्ता शर्मा के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। यह पहल पिछड़े क्षेत्रों के बच्चों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है।
नई तकनीक का प्रयोग
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर प्रशांत राज शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि AI आधारित स्मार्ट बोर्ड के माध्यम से आंगनवाड़ी के बच्चों को पारंपरिक पद्धति से हटकर, नई तकनीकों का उपयोग करते हुए शिक्षित किया जाएगा। इस नई प्रणाली से बच्चों की बौद्धिक क्षमता, जिज्ञासा और सीखने की रुचि में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि इससे शिक्षा का स्तर तो ऊंचा होगा ही, साथ ही बच्चों को प्रारंभिक अवस्था से ही डिजिटल युग की तैयारी भी मिलेगी।
बच्चों में आत्मविश्वास
इस परियोजना को रोटरी क्लब ग़ाज़ियाबाद सफायर की प्रेसीडेंट रोटेरियन अलका सिंघल और वाईस प्रेसिडेंट रोटेरियन दीपा गर्ग ने प्रायोजित किया। क्लब के अन्य सदस्यों ने भी इस कार्य में भरपूर सहयोग दिया। कार्यक्रम के दौरान अलका सिंघल, दीपा गर्ग और रिंकी अग्रवाल ने बच्चों को स्कूल यूनिफॉर्म वितरित की, वहीं रोटेरियन अलका गर्ग ने बच्चों के लिए स्टेशनरी प्रदान की। यह पहल बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक होगी।
यह रहे मौजूद
उद्घाटन समारोह में अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें आंगनवाड़ी कमेटी के चेयरमैन विजय नामदेव, सीओ चेयर अनिता सिंघल, सुधीर पाठक, संदीप मिगलानी, मनिंदर सिंह, अनुज गर्ग, क्लब की सचिव रिंकी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष सुनीता अग्रवाल, क्लब ट्रेनर अनु गर्ग तथा अन्य क्लब सदस्य रो दीपा गैग, रो अलका गर्ग, रो आराधना, रो रिया, रो पूर्ति, रो अर्चना और रो डॉली शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में इस पहल की सराहना की और इसे भविष्य की शिक्षा प्रणाली के लिए एक मजबूत आधार बताया।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है ज़रूरी
AI सॉफ्टवेयर बोर्डों के माध्यम से बच्चों को चित्रों, वीडियो और इंटरैक्टिव गेम्स के माध्यम से पढ़ाया जाएगा, जिससे उनकी समझ और सीखने की प्रक्रिया अधिक रोचक और प्रभावी होगी। इस पहल के माध्यम से रोटरी क्लब ग़ाज़ियाबाद सफायर ने यह संदेश दिया है कि अगर तकनीक का सही उपयोग किया जाए तो शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए जा सकते हैं।
बच्चों के लिए लाभकारी
यह कदम न केवल कुशलिया ग्राम के बच्चों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा, बल्कि अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगा। यह कार्यक्रम "शिक्षा सबके लिए" के उद्देश्य को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।