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सरकारी स्कूल की पीटीएम
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा आवश्यक
बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। उन्होंने हमेशा इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रभावी अभिभावक-शिक्षक बैठकों की आवश्यकता पर जोर दिया है। इन बैठकों के जरिए अभिभावक और शिक्षक मिलकर बच्चों की बुनियादी शिक्षा को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा कर सकते हैं। साथ ही, अभिभावकों को यह भी सिखाया जाता है कि वे घर पर कैसे योगदान देकर अपने बच्चों की सीखने की गुणवत्ता में सुधार ला सकते हैं।
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इस पहल के महत्व को रेखांकित करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओ. पी. यादव ने कहा, "बच्चों की उपस्थिति बढ़ाना निपुण भारत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। अभिभावक-शिक्षक बैठकों के माध्यम से शिक्षकों और अभिभावकों को एक मंच मिलता है, जहां वे विद्यार्थीयों की शिक्षा और उपस्थिति से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा कर सकते हैं। गाजियाबाद जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी बच्चा सीखने में पीछे न रहे और उन्हें शिक्षा से मिलने वाली तरक्की का लाभ मिले।
अभिभावक उठाएं जिम्मेदारी
अपने संबोधन में श्री यादव ने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें और उनकी शिक्षा पर सक्रिय रूप से ध्यान दें। उन्होंने शिक्षा को राष्ट्र और समाज के विकास की आधारशिला बताते हुए इसके महत्व पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने शिक्षकों की सराहना की और पीटीएम के निरंतर सफल आयोजन के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया।
तकनीक का इस्तेमाल
जनपद की इस पहल के तहत, पीटीएम एजेंडा को 6 दिन पहले ही स्कूलों के साथ साझा किया गया, जिससे बैठक की प्रभावी तैयारी सुनिश्चित हो सके। जिला टास्क फोर्स और ब्लॉक टास्क फोर्स के प्रतिनिधियों को पीटीएम के दौरान स्कूलों का दौरा करने और गूगल फॉर्म के माध्यम से फीडबैक एकत्र करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
किया गया प्रोत्साहित
बैठक के दौरान छात्रों ने अपने सीखने की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया, जबकि अभिभावकों और छात्रों को उनकी उत्कृष्ट भागीदारी के लिए सम्मानित किया गया। यह पहल समुदाय और विद्यालय के बीच सहभागिता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सर्वे के अनुसार, गाजियाबाद के 50% से अधिक कक्षा 3-5 के बच्चे अब समझ के साथ पढ़ने और गणित करने में सक्षम है