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Great job: 38 पुलिस कर्मियों ने बचाई 35 यात्रियों की जान

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 2022 से 2024 तक तीन साल में 73 प्रतिशत हादसे घटे और साथ ही मौत का आंकड़ा भी 62 प्रतिशत कम हुआ है। पुलिस ने हादसे रोकने के

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Syed Ali Mehndi
सड़क हादसों में कमी

सड़क हादसों में कमी

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 2022 से 2024 तक तीन साल में 73 प्रतिशत हादसे घटे और साथ ही मौत का आंकड़ा भी 62 प्रतिशत कम हुआ है। पुलिस ने हादसे रोकने के प्रयास के लिए एक्सप्रेसवे के सभी एंट्री व एक्जिट पॉइंट पर 38 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाकर प्रतिबंधित वाहनों को रोककर और एनएचएआई को कई बार पत्राचार करके डिवाइडर पर रेलिंग लगाकर यह संभव किया है।

दुपहिया वाहन बने मुसीबत

पुलिस अधिकारियों के अनुसार,अभी दोपहिया वाहनों के कारण जो हादसे एक्सप्रेसवे पर हो रहे हैं वे दोपहिया वाहन मेरठ या दिल्ली से प्रवेश कर रहे हैं। क्योंकि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगने से पहले 2022 में दोपहिया वाहनों के कारण एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसों मे 41 लोगों की जान गई थी जो 2024 में घटकर केवल छह रह गई है।

पैदल यात्री हुए सुरक्षित 

पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर कई जगह डिवाइडरों पर रेलिंग ने होने के कारण लोग एक्सप्रेसवे पैदल पार रहे थे जो प्रतिबंधित है। ऐसे में लोगों की जान रही थी। एनएचएआई को इस बारे में कई बार यातायात पुलिस ने पत्राचार के माध्यम से रेलिंग लगवाईं तो जहां 2022 में कुल मौत में से 31 प्रतिशत लोगों की जान एक्सप्रेसवे को पैदल पार करने के कारण जा रही थीं, वह 2024 में घटकर 21 प्रतिशत पर पहुंच गई हैं।

 दुर्घटनाओं में कुल 30% की कमी 

वहीं, 2022 में कुल मौत में से दोपहिया वाहनों को एक्सप्रेसवे पर दौड़ाने के कारण 48 प्रतिशत लोगों की मौत हुई जो 2024 में घटकर 18 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इन हादसे और मौत को भी कम करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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