गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। भूगर्भ जल संरक्षण तथा शोधित जल के सदुपयोग के क्षेत्र में गाजियाबाद नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्य अब वैश्विक मंच पर सराहे जा रहे हैं। नगर निगम के ग्रीन म्युनिसिपल बॉण्ड प्रोजेक्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित एक कार्यक्रम में गाजियाबाद को ग्लोबल वॉटर अवार्ड प्रदान किया गया, जो वी ए टेक वबाग लिमिटेड के माध्यम से प्राप्त हुआ।
महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में चल रहे इस प्रोजेक्ट के तहत वसुंधरा क्षेत्र में 40 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) क्षमता का टर्शरी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (टीएसटीपी) तैयार किया गया है। इस प्लांट से शोधित जल की आपूर्ति साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र में की जा रही है, जिससे वहां भूगर्भ जल के दोहन में कमी आई है।
मुख्यमंत्री ने की सराहना, निर्देश दिए विस्तार के
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने ग्लोबल वॉटर अवार्ड की ट्रॉफी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद नगर निगम की इस पहल की सराहना की और निर्देश दिए कि अन्य औद्योगिक क्षेत्रों—जैसे मोहन नगर और राजेंद्र नगर—में भी इसी मॉडल को लागू किया जाए ताकि भूगर्भ जल संरक्षण को और अधिक गति मिल सके।
319 करोड़ की लागत, 1500 इकाइयों को मिलेगा लाभ
नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि करीब 319 करोड़ रुपए की लागत से बने इस टीएसटीपी प्लांट में अत्याधुनिक विदेशी उपकरणों का उपयोग किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र की 1500 औद्योगिक इकाइयों को शोधित जल उपलब्ध कराया जाएगा, जिनमें से अभी तक करीब 900 इकाइयों के जल कनेक्शन हो चुके हैं। शेष पर कार्य जारी है।
निर्माण और उद्यानों में भी होगा शोधित जल का उपयोग
महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि गाजियाबाद नगर निगम अब शहर के निर्माण कार्यों, उद्यानों, और स्वास्थ्य विभाग के कार्यों में भी शोधित जल के उपयोग को बढ़ावा देगा। इससे न केवल भूगर्भ जल का संरक्षण होगा, बल्कि शोधित जल का सदुपयोग भी सुनिश्चित हो सकेगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गूंजा गाजियाबाद का नाम
इस परियोजना की सफलता और गाजियाबाद की अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिली पहचान को लेकर शहरवासियों में भी उत्साह है। गाजियाबाद नगर निगम ने इस सम्मान को पूरे शहर की उपलब्धि बताया है और सभी नागरिकों को शुभकामनाएं दी हैं।