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फाइल फोटो
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। संजय नगर स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय और एमएमजी जिला अस्पताल में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं का घोर अभाव है। सीटी स्कैन मशीन खराब है, कई जरूरी जांचें बंद हैं और मरीजों को बेसिक एक्स-रे रिपोर्ट भी नहीं मिल पा रही।
बुरे हालात
संयुक्त चिकित्सालय में जहां एक-रे मशीन तो चल रही है, लेकिन उसकी रिपोर्ट की प्रिंट आउट देने वाली फिल्में उपलब्ध नहीं हैं। इससे मरीजों को मोबाइल से रिपोर्ट की फोटो लेकर काम चलाना पड़ रहा है, जो न केवल असुविधाजनक है बल्कि मेडिकल रिपोर्ट की सटीकता पर भी सवाल खड़े करता है।बरसात के इस मौसम में जब डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियाँ फैलने का खतरा बढ़ जाता है, तब अस्पतालों के आसपास गंदगी का अंबार मरीजों को और अधिक खतरे में डाल रहा है। अस्पताल परिसर में जगह-जगह पानी भरा हुआ है, मच्छरों का प्रकोप है और सफाई की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही।
वर्षों से समस्याएं
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग वर्षों से इस स्थिति को नजरअंदाज करता आ रहा है। मरीजों को न तो सही समय पर दवा मिल रही है और न ही इलाज। कई बार डॉक्टरों की अनुपलब्धता भी समस्या बन जाती है। सरकार की ओर से भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के दावे किए जाते हों, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। जब तक इन समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता, तब तक गाजियाबाद के आम लोगों का सरकारी अस्पतालों से भरोसा उठता ही रहेगा।
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