गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
भारत में मोटापा तेजी से एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में मोटापे से ग्रस्त लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए हाल ही में डेनमार्क की मशहूर दवा कंपनी नोवो नोर्डिस्क ने मोटापा कम करने वाली नई दवा वेगोवी (Wegovy) भारत में लॉन्च की है। इससे पहले भी कुछ महीने पहले एक अन्य दवा पेश की गई थी, लेकिन वेगोवी को लेकर उत्सुकता इसलिए अधिक है क्योंकि इसे अमेरिका और यूरोप में पहले से अनुमोदन प्राप्त है और वहां इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ चुके हैं।
नई दवा पर संदेह
वेगोवी वास्तव में Semaglutide नामक कंपाउंड पर आधारित है, जो शरीर में GLP-1 हार्मोन की नकल करता है। यह हार्मोन भूख को नियंत्रित करने और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में सहायक होता है। दवा के नियमित उपयोग से मरीज को लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है जिससे उनका कैलोरी इनटेक कम होता है और वजन घटता है।हालांकि यह दवा भारत में मोटापे से जूझ रहे मरीजों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञ अभी भी इसके दीर्घकालिक प्रभाव को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। इस विषय पर वरिष्ठ बेरियाट्रिक सर्जन डॉ. आशीष गौतम का कहना है कि “दवा एक अच्छा विकल्प हो सकती है, लेकिन इसके सटीक परिणाम आने के लिए हमें अभी इंतजार करना होगा। हमें यह देखना होगा कि यह दवा अलग-अलग आयु वर्गों और स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोगों पर कैसे असर करती है, और इसके परिणाम कितने समय तक स्थिर रहते हैं।
मोटापे के कई कारण
डॉ. गौतम ने यह भी बताया कि मोटापा केवल एक शारीरिक स्थिति नहीं, बल्कि इसके पीछे हार्मोनल, जेनेटिक, लाइफस्टाइल और मानसिक कारण भी हो सकते हैं। ऐसे में केवल दवा लेना पर्याप्त नहीं होता, बल्कि सही खानपान, नियमित व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी होते हैं। उनके अनुसार, जहां कुछ मामलों में दवाएं कारगर सिद्ध हो सकती हैं, वहीं कई मामलों में मोटापे की सर्जरी यानी बेरियाट्रिक सर्जरी ज्यादा स्थायी और सटीक परिणाम देती है।बेरियाट्रिक सर्जरी उन लोगों के लिए एक प्रभावी विकल्प है जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) बहुत अधिक है और वे अन्य तरीकों से वजन कम करने में असफल रहे हैं। सर्जरी के जरिए न केवल वजन घटाया जा सकता है, बल्कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और नींद में रुकावट जैसी समस्याएं भी नियंत्रित की जा सकती हैं।
डॉक्टर की सलाह आवश्यक
अंततः यह कहा जा सकता है कि वेगोवी जैसी दवाएं मोटापा प्रबंधन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल डॉक्टर की निगरानी में और एक समग्र स्वास्थ्य योजना के तहत ही किया जाना चाहिए। विशेषज्ञों की राय में जब तक इस दवा के दीर्घकालिक प्रभाव सामने नहीं आ जाते, तब तक सर्जरी को एक सटीक और स्थायी उपाय माना जाना चाहिए।भारत जैसे देश में जहां मोटापा एक सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी चिंता बन चुका है, वहां इस तरह की नई पहलें स्वागतयोग्य हैं, लेकिन इनका विवेकपूर्ण और वैज्ञानिक उपयोग ही लाभकारी सिद्ध होगा।