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नगर निगम में पार्षदों का धरना
वाईबीएन संवाददाता, गाजियाबाद
गाजियाबाद नगर निगम में हाउस टैक्स वृद्धि को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर नगर निगम में पार्षदों ने विरोध का मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार 18 जुलाई को कई पार्षदों ने निगम परिसर में बैठक कर धरने की रूपरेखा तैयार की और स्पष्ट कहा कि जब तक उन्हें बोर्ड बैठक की अधिकृत मिनट्स की प्रति नहीं सौंपी जाती, वे निगम नहीं छोड़ेंगे। पार्षदों का कहना है कि नगर निगम की 30 जून को हुई बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से हाउस टैक्स वृद्धि को निरस्त कर दिया गया था। बैठक में सांसद, विधायक, मंत्री, महापौर और सभी पार्षदों की सहमति से यह निर्णय लिया गया, लेकिन इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन नई दरों पर टैक्स वसूली कर रहा है, जो पार्षदों के अनुसार पूरी तरह गलत और जनविरोधी है।
पार्षदों का लगातार विरोध
पार्षदों के अनुसार, 4 जुलाई को कुछ पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल अपर नगर आयुक्त जंग बहादुर यादव से मिला और बोर्ड बैठक के मिनट्स की प्रति मांगी। उस समय उन्हें दस दिन का समय मांगा गया। इसके बाद 14 जुलाई को फिर से प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला। अब पार्षदों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि 18 जुलाई को वे निगम में बैठेंगे और जब तक मिनट्स की प्रति नहीं मिलेगी, वे परिसर नहीं छोड़ेंगे।इसके अलावा पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि पार्षद कोटे से होने वाले विकास कार्यों को जानबूझकर रोका जा रहा है। कई क्षेत्रों में जरूरी कार्यों के टेंडर नहीं लगाए जा रहे हैं, जिससे जनता को असुविधा हो रही है। उन्होंने इसे पार्षदों के अधिकारों का हनन बताया और चेतावनी दी कि अगर निगम अधिकारियों की मनमानी इसी तरह जारी रही तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
धरना प्रदर्शन जारी
इस मुद्दे पर गुरुवार को पार्षद कक्ष में हुई बैठक में आगामी रणनीति तैयार की गई। सभी पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि जनता से जुड़ा यह मामला है और हम पीछे नहीं हटेंगे।इस मौके पर पार्षद नीरज गोयल, हिमांशु शर्मा, गौरव सोलंकी, कुसुम मनोज गोयल, नरेश भाटी, पूनम सिंह, भूपेंद्र उपाध्याय, देवनारायण शर्मा, कन्हैयालाल, संतोष राणा, शिवम शर्मा, राहुल शर्मा, शशि पवन गौतम, मदन राय, प्रीति अभिनव जैन और ओमपाल भाटी सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने एक सुर में नगर निगम प्रशासन से पारदर्शिता की मांग की और कहा कि जनता के साथ कोई अन्याय नहीं होने देंगे।