गाजियाबाद, वाई संवाददाता
नगर निगम द्वारा की गई गृहकर में भारी वृद्धि के विरोध में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और एडीएम (ज्यूडिशियल) अंजुम बी को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जिलाध्यक्ष एडवोकेट नरेंद्र मोहित और महानगर अध्यक्ष परमानंद गर्ग ने किया। ज्ञापन के माध्यम से बसपा कार्यकर्ताओं ने इस बढ़ोतरी को आमजन के लिए आर्थिक बोझ बताते हुए तत्काल वापस लेने की मांग की।
महंगाई की मार
जिलाध्यक्ष नरेंद्र मोहित ने कहा कि पहले से ही आम आदमी महंगाई की मार झेल रहा है। खाद्य सामग्री, रसोई गैस, बिजली, स्कूल फीस और अन्य आवश्यकताओं के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे समय में नगर निगम द्वारा गृहकर बढ़ाना सरासर अन्याय है और इससे आमजन की कमर टूट रही है। उन्होंने कहा कि लोग अपने परिवार का गुजारा किसी तरह चला रहे हैं और अब इस अतिरिक्त कर से उनके लिए दैनिक जीवन और भी कठिन हो जाएगा। महानगर अध्यक्ष परमानंद गर्ग ने भी नगर निगम की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस अन्यायपूर्ण निर्णय के खिलाफ है और हर स्तर पर इसका विरोध करेगी। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि नगर निगम बोर्ड की आपात बैठक बुलाकर इस प्रस्ताव को निरस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक इस निर्णय को वापस नहीं लिया जाता, बसपा आमजन के साथ मिलकर चरणबद्ध आंदोलन करेगी।
विरोध प्रदर्शन दिया ज्ञापन
ज्ञापन सौंपने के दौरान बसपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से जिला महासचिव लेखराज बौद्ध, जिला सचिव वरुण एडवोकेट, धीरज पंडित, आनंद चंद्रेश एडवोकेट, नवीन गौतम, अजीत जाटव, मनीष जाटव और प्यारे मोहन पाल शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यह वृद्धि जनविरोधी है और इससे सिर्फ गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर बोझ बढ़ेगा। बसपा ने साफ किया है कि अगर गृहकर वृद्धि का निर्णय वापस नहीं लिया गया तो वह सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। पार्टी ने इस विषय को आगामी नगर निगम बोर्ड बैठक में प्रमुखता से उठाने की भी चेतावनी दी है।