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Illegal business : दलालों के मकड़ जाल में बुरी तरह फंसा है आरटीओ कार्यालय

आरटीओ विभाग से संबंधित अगर आपका कोई काम नहीं हो रहा है तो निश्चित रूप से आप परेशान होंगे लेकिन यह किसी को नहीं पता कि आरटीओ ऑफिस के आसपास मौजूद लगभग 5 दर्जन दलालों के पास ऐसी......

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Syed Ali Mehndi
परिवहन विभाग गाजियाबाद

परिवहन विभाग कार्यालय गाजियाबाद

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

आरटीओ विभाग से संबंधित अगर आपका कोई काम नहीं हो रहा है तो निश्चित रूप से आप परेशान होंगे लेकिन यह किसी को नहीं पता कि आरटीओ ऑफिस के आसपास मौजूद लगभग 5 दर्जन दलालों के पास ऐसी कौन सी जादू की छड़ी है कि वह हर काम पलक झपकते ही करने में सक्षम है।

475 का काम 1500 में 

सुपर एक्सपर्ट जुगाड़ू दलाल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से लेकर रिन्यू करवाने तक के सारे काम करवाते हैं। इसके लिए सेवा शुल्क के नाम पर 25 प्रतिशत तक अतिरिक्त राशि लोगों से वसूल की जाती है। परिवहन कार्यालय के माध्यम से ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू करवाने में जहां लोगों को 475 रुपए लगते हैं वहीं बाहर दलालों के चंगुल में फंसकर यही कार्य करवाने पर 1500 रुपए तक सेवा शुल्क देना पड़ता है। इसी तरह अन्य कार्यों के भी रेट फिक्स कर दिए गए हैं। हर काम के दोगुना से ज्यादा सेवा शुल्क एजेंट वसूल करते हैं।

टेस्ट लेने के बाद ही देते हैं लाइसेंस 

हमारे पास परिवहन विभाग के कार्यों के लिए चाहे कोई एजेंट आए या फिर आम नागरिक। बिना ड्राइविंग टेस्ट लिए किसी का लाइसेंस नहीं बनता है। विभाग ने हर कार्य सरलीकरण कर दिया है। सारे कार्य आनलाइन होते हैं। इसके लिए पोर्टल बना हुआ है। हमारे पर कार्यालय में आने वाले किसी व्यक्ति को रोकने का अधिकार नहीं है। यदि हमारे नाम से कोई अवैध वसूली करता है तो उसकी शिकायत करने पर कार्रवाई करेंगे।......राहुल श्रीवास्तव, एआरटीओ 

 जी हां लेते हैं सेवा शुल्क

इस मामले में चर्चा करने पर परिवहन विभाग का काम करवाने वाले एक एजेंट ने बताया कि सरकार लोक सेवा और कियोस्क संचालकों को तो उनसे संबंधित काम करवाने के लिए एक से 2 प्रतिशत कमीशन देती है लेकिन परिवहन विभाग के काम करवाने के लिए कोई कमीशन नहीं होता है। यही वजह है कि जो लोग हमारे कार्यालय में आकर प्रोसीडिंग करवाते हैं तो उनसे 20 से 25 प्रतिशत तक सेवा शुल्क लिया जाता है।

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प्रतिदिन आते हैं 500 से ज्यादा लोग

परिवहन विभाग के कामों के लिए रोजाना 500 से ज्यादा लोग आते हैं। कई लोग परिवहन विभाग के कार्यालय में जाकर निर्धारित शुल्क देकर आवेदन जमा करते हैं लेकिन जिन लोगों को इस प्रक्रिया की जानकारी नहीं होती है तो वे दलालों के चंगुल में फंसकर दोगुना तक ज्यादा सेवा शुल्क देने को मजबूर होते हैं।

खुलेआम अवैध वसूली

जिस तरह लोकसेवा केंद्र और कियोस्क सेंटरों में जाकर लोग अपनी निर्धारित सेवाओं के लिए आवेदन देते हैं, उसी प्रकार ये दलाल भी परिवहन विभाग की तमाम सेवाओं के लिए अपने सेवा केंद्र संचालित कर रहे हैं। यहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग अपने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से लेकर रिन्यू करवाने तक के काम लेकर जाते हैं। ऐसे लोगों से कम से कम निर्धारित शुल्क से 25 प्रतिशत तक ज्यादा राशि वसूल की जाती है।

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