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illegal extortion : जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केन्द्र की पार्किंग बनी विवाद का केंद्र

शहर का जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केन्द्र इन दिनों किसी सामाजिक या सांस्कृतिक गतिविधि की वजह से नहीं, बल्कि पार्किंग विवाद के कारण सुर्खियों में है। शहर के बाजारों में बढ़ते जाम से राहत दिलाने के उद्देश्य से यहां अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गई थी,

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Syed Ali Mehndi
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गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता 

शहर का जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केन्द्र इन दिनों किसी सामाजिक या सांस्कृतिक गतिविधि की वजह से नहीं, बल्कि पार्किंग विवाद के कारण सुर्खियों में है। शहर के बाजारों में बढ़ते जाम से राहत दिलाने के उद्देश्य से यहां अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गई थी, ताकि लोगों को सुविधा मिल सके। लेकिन अब यही पार्किंग राजनीति और विवाद का विषय बन गई है।

पार्किंग विवाद 

दरअसल, शहर विधायक संजीव शर्मा ने पार्किंग को नि:शुल्क करने की पहल की थी। उन्होंने केन्द्र के अध्यक्ष राजेन्द्र मित्तल 'मेंदीवाले' को पत्र लिखकर शुल्क खत्म करने का अनुरोध किया, जिस पर अध्यक्ष ने तुरंत आदेश जारी भी कर दिए। इसके बावजूद, वहां कुछ तथाकथित समिति सदस्यों द्वारा पार्किंग शुल्क के नाम पर अवैध वसूली जारी रही। मामला तब और गंभीर हो गया जब पार्किंग स्थल पर लगाए गए साइन बोर्ड और बैनर—जो सुंदरता बढ़ाने और सुविधा दर्शाने के लिए लगाए गए थे—अचानक हटा दिए गए। इससे लोगों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई।

लटके हैं ताला 

अध्यक्ष राजेन्द्र मित्तल ने इस अवैध वसूली की शिकायत सिहानी गेट थाने में दर्ज कराई और कुछ लोगों को नामजद भी किया, लेकिन जब पुलिस की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो सांसद अतुल गर्ग ने खुद दखल दिया। सांसद ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर अवैध उगाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस पार्किंग को जनता की सुविधा के लिए बनाया गया था, वह अब राजनीति और व्यक्तिगत स्वार्थों का मैदान बन चुकी है। फिलहाल सभी की नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं कि क्या यह विवाद जल्द सुलझ पाएगा या और गहराएगा।

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