Advertisment

Illegal extortion: ट्रांसपोर्टर्स ने लगाया ट्रैफिक पुलिस पर अवैध उगाई का आरोप

ट्रैफिक पुलिस पर पैसे लेकर पुराने वाहनों को चलने देने का इलजाम लगाते हुए, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन गाजियाबाद ने डीएम को ज्ञापन सौंपा इस मामले में संज्ञान ले कार्रवाई करने की मांग की।

author-image
Syed Ali Mehndi
अवैध उगाई

अवैध उगाई

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

ट्रैफिक पुलिस पर पैसे लेकर पुराने वाहनों को चलने देने का इलजाम लगाते हुए, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन गाजियाबाद ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और इस मामले में संज्ञान ले कार्रवाई करने की मांग की। 

पुराने वाहन बंद हो 

जिलाध्यक्ष सौदान सिंह गुर्जर ने बताया कि एनजीटी के तहत एनसीआर में दस साल पुराने वाहन प्रतिबन्ध है। कुछ ट्रैफिक पुलिस की मिली भगत के कारण पांच पांच हजार रुपए लेकर पुरानी गाडी चलवाई जा रही है, पर प्रदूषण से आम जनता पहले ही परेशान है। जगह जगह पुरानी गाडी खराब हो जाती है और जाम लगा देती है।

ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही के कारण ये धन्धा चलाया जा रहा है जो कि सरकार की नित्तियो एवं नियमो के खिलाफ है। इस गोरख धन्धे पर लगाम लगाया जाना न्याय हित में अति आवश्यक है। इस दौरान जिला महासचिव सुरेन्द्र नागर समेतअन्य लोग मौजूद रहे।

नए नहीं है आरोप 

बता दें कि ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने जो ट्रैफिक पुलिस पर इलजाम लगाए हैं वह नए-नए हैं दरअसल पहले से कहा जाता रहा है कि ट्रैफिक पुलिस के कुछ सिपाही सड़कों पर अवैध उगाई का काम करते हैं जाना कि इस संबंध में कई बार पुलिस ने जांच भी की और कुछ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी की है लेकिन यह सिलसिला बदस्तूर जारी है।

Advertisment

प्रदुषण अनियंत्रित 

 दरअसल गाजियाबाद का प्रदूषण तेजी से बिगड़ रहा है ऐसे में जहां एक और ट्रैफिक पुलिस आरटीओ विभाग की लापरवाही है वहीं दूसरी ओर डाग्गामार या प्रतिबंधित वाहनों ने भी प्रदूषण को बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंचने में भूमिका निभाई है।

डग्गामार वाहन 

 प्रदूषण के बढ़ते स्तर के लिए डग्गामार वहां भी काफी हद तक जिम्मेदार है जो बिना किसी परमिशन के सर पर दौड़ते हैं इनमें से अधिकतर वाहन पुराने मॉडल के डीजल वाहन है जो की जहरीला धुआं छोड़कर प्रदूषण को और जटिल एवं खतरनाक बनाने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

Advertisment
Advertisment