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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। इंडस्ट्रियल एरिया मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तुर्की और अजरबैजान के सामान और सेवाओं का बहिष्कार करने की जानकारी दी है। एसोसिएशन के महासचिव संजीव सचदेव ने कहा कि संगठन ने तुर्की और अजरबैजान से अपने व्यापारिक रिश्ते समाप्त करने का निर्णय लिया है। इस फैसले का मुख्य कारण 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान को तुर्की एवं अजरबैजान द्वारा खुले तौर पर समर्थन दिया जाना है, जिससे उद्यमियों सहित पूरे देश में आक्रोश है।
संजीव सचदेव ने बताया कि तुर्की और अजरबैजान ने भारत विरोधी गतिविधियों में पाकिस्तान का साथ दिया है। उन्होंने कहा, "हम इन देशों के साथ सभी व्यापारिक और व्यवहारिक संबंध समाप्त कर रहे हैं। यह न सिर्फ व्यापारिक स्तर पर, बल्कि व्यवहारिक स्तर पर भी पूर्णतया बहिष्कार होगा।"
तुर्की के ड्रोन से भारत को खतरा
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने भारतीय सेना पर जिन ड्रोन्स का इस्तेमाल किया, वे तुर्की में बने थे। इसके अतिरिक्त, तुर्की ने पाकिस्तान को सशस्त्र ड्रोन और उनके ऑपरेटर भी मुहैया कराए हैं। यही नहीं, तुर्की की जॉइंट वेंचर कंपनी सेलिबी एविएशन दिल्ली, मुंबई और चेन्नई सहित आठ भारतीय एयरपोर्ट्स पर हाई-सिक्योरिटी से जुड़ा कार्य देखती है। यह कंपनी सालाना 58 हजार फ्लाइट्स का प्रबंधन करती है, जिसमें कई महत्वपूर्ण डाटा और सूचनाएं भी शामिल होती हैं।
संजीव सचदेव ने सवाल उठाया कि क्या हमारे देश का महत्वपूर्ण डाटा तुर्की के माध्यम से पाकिस्तान तक पहुंच रहा है? उन्होंने कहा कि इन देशों के बहिष्कार से भारत को आर्थिक और राजनीतिक रूप से मजबूती मिलेगी। इससे भारतीय उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा और देश की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
सर्राफा कारोबारियों का भी तुर्की की ज्वेलरी पर बैन
वहीं, इस मुहिम में इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन भी शामिल हो गई है। एसोसिएशन ने सभी सर्राफा व्यापारियों से तुर्की की ज्वेलरी का बहिष्कार करने की अपील की है। एसोसिएशन की ओर से जारी अपील में कहा गया है कि कोई भी सर्राफा व्यापारी तुर्की की बनी ज्वेलरी को अपने स्टॉक में न रखें और न ही उनकी बिक्री करें।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजकिशोर गुप्ता ने कहा, "तुर्की हमारे विपरीत चल रहा है और हम उस देश को कैसे मजबूत कर सकते हैं जो हमारे दुश्मन का सहयोगी है। तुर्की से जो भी राजस्व उत्पन्न होगा, उसका उपयोग पाकिस्तान के समर्थन में ही किया जाएगा।"
राजकिशोर गुप्ता ने स्पष्ट किया कि जो भी विदेशी देश भारत के खिलाफ खड़ा होगा, उसके उत्पादों का इसी प्रकार बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे तुर्की और अजरबैजान के उत्पादों का उपयोग न करें, ताकि इनके व्यापार को नुकसान पहुंचाया जा सके और भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी जा सके।
भारत की एकजुटता का संदेश
इंडस्ट्रियल एरिया मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन और इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के इस कदम से यह साफ संदेश गया है कि भारत की जनता किसी भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि को सहन नहीं करेगी। देशभर में तुर्की और अजरबैजान के सामानों के बहिष्कार की लहर तेज हो रही है, जिससे इन देशों को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।