गाजियाबाद संवाददाता।
अब दिव्यांगजन मोहताज नहीं रहेंगे दरअसल जिला प्रशासन एक अनोखी पहल के तहत दिव्यांग जनों को रोजगार मुहैया करने का निर्णय लिया है। जिसके अंतर्गत फूड सप्लाई क्षेत्र में अग्रणीय जोमैटो ने दिव्यांगजनों को रोजगार देते हुए उन्हें डिलीवरी ब्वॉय बनाया है। ऐसे में विकास भवन में दिव्यांग जनों के इंटरव्यू हुए जहां 36 दिव्यांगजन जोमैटो के डिलीवरी ब्वॉय बन गए।
आत्मनिर्भरता एवं आत्मविश्वास है बेहद जरूरी- सीडीओ
इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने बताया कि अब तक जोमैटो में 200 दिव्यांग काम कर रहे हैं। जिन्हें जिला प्रशासन ने रोजगार मेले के अंतर्गत विभिन्न अवसरों पर रोजगार माहिया करते हुए नौकरी पर लगवाया है इसी कड़ी में एक बार फिर जोमैटो ने दिव्यांग जनों के इंटरव्यू लिए है जिसमें से 36 दिव्यांगजन अब जोमैटो के डिलीवरी ब्वॉय बन चुके हैं जो कल सुबह से अपने जॉब पर सक्रिय हो जाएंगे। श्री गोपाल ने कहा कि इस मुहिम में सबसे बेहतर बात यह है कि जहां एक और दिव्यांगजन आत्म निर्भर होंगे वहीं उनमें आत्मविश्वास भी आएगा जिसके चलते हुए न सिर्फ अपने जीवन को बेहतर तरीके से जी सकेंगे बल्कि अन्य दिव्यांगों के लिए भी एक उदाहरण के तौर पर सामने आएंगे।
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छठी पास से पोस्ट ग्रेजुएट तक हैं दिव्यांग
विकास भवन में जारी इंटरव्यू के दौरान कई रंग देखने को मिले जहां पर दिव्यांगों की क्वालिफिकेशन छठी क्लास से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट तक सामने आई जहां केला भट्टा निवासी जावेद छठी क्लास के बाद स्कूल नहीं गए और जावेद फल बेचते थे लेकिन अतिक्रमण हटाओ अभियान के अंतर्गत उनका ठेला हटा दिया गया था जिसके बाद उन्होंने तय किया कि अब जोमैटो के डिलीवरी बॉय के रूप में कार्य करते हुए अपने परिवार का पालन पोषण करेंगे। वहीं अरविंद मौर्य ने ग्रेजुएशन के बाद B.Ed की डिग्री हासिल की है परंतु बेरोजगारी के चलते अब वह डिलीवरी बॉय बनने को भी तैयार हैं। गौरतलब है कि जोमैटो पहले भी 200 दिव्यांगों को अपने यहां नौकरी पर रखे हुए हैं अब 36 और दिव्यांगों को मिलाकर कुल 236 लोग जोमैटो के लिए डिलीवरी ब्वॉय का काम कर रहे हैं।