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Inspection : परिवहन विभाग ने प्राइवेट बसों पर कसी लगाम, दर्जनों रजिस्ट्रेशन कैंसिल

यात्रियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वाले बस संचालकों पर अब परिवहन विभाग शिकंजा कस रहा है. नियमों का उल्लंघन कर संचालित हो रही बसों पर चालान और सीज़ करने की कार्रवाई के साथ-साथ पंजीकरण के निरस्तीकरण की कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है.

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Syed Ali Mehndi
अवैध बसों के खिलाफ अभियान

अवैध बसों के खिलाफ अभियान

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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता 

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यात्रियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वाले बस संचालकों पर अब परिवहन विभाग शिकंजा कस रहा है. नियमों का उल्लंघन कर संचालित हो रही बसों पर चालान और सीज़ करने की कार्रवाई के साथ-साथ पंजीकरण के निरस्तीकरण की कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बस में आग लगने से कई यात्रियों की मौत हो गई थी. लखनऊ में हुए बस अग्निकांड के बाद गाजियाबाद परिवहन विभाग भी सतर्क हो गया है. गाजियाबाद से पूर्वांचल और बिहार के लिए नियमों को ताक पर रखकर बसों का संचालन हो रहा है. परिवहन विभाग की टीम न सिर्फ मानकों को दरकिनार कर संचालित हो रही बसों पर चालान और चीज करने की कार्रवाई कर रहा है बल्कि बसों के रजिस्ट्रेशन को कैंसिल करने की भी कवायद की जा रही है. 

 सघन चेकिंग अभियान

विशेष अभियान के तहत परिवहन विभाग की टीम विभिन्न मार्गो पर बसों की चेकिंग कर रही हैं. दिल्ली और गाजियाबाद से बिहार और पूर्वांचल के कई शहरों के लिए प्राइवेट बसें संचालित होती हैं. दिल्ली से संचालित होने वाली कई बसें गाजियाबाद होकर पूर्वांचल और बिहार के लिए जाती हैं. परिवहन विभाग द्वारा विभिन्न हाईवे और एक्सप्रेसवे पर टीमों को तैनात किया गया है. टीमों का काम सुनिश्चित करना है कि मानकों का उल्लंघन कर कोई भी बस संचालित ना हो. परिवार विभाग का कहना है कि अभियान लगातार जारी रहेगा. 

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 3 दिन 100 बसों का चालान

बीते तीन दिनों में गाजियाबाद में करीब 100 बसों के चालान और चीज करने की कार्रवाई की गई है. गाजियाबाद की एआरटीओ प्रशासन राहुल श्रीवास्तव का कहना है कि परिवहन विभाग द्वारा मानकों के अनुरूप सड़कों पर चल रही बसों के चालान और सीज करने की कार्रवाई के साथ-साथ रीजनल इंस्पेक्टर द्वारा बसों की मौके पर जांच की जा रही है. बीते तीन दिनों में 40 बसों की रीजनल इंस्पेक्टर द्वारा जांच की जा चुकी है. जिसमें से आठ बसें मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई. जिनके पंजीकरण निरस्त करने के लिए संबंधित आरटीओ को लिखा गया है.

 मानकों पर जवाब देही 

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दरअसल, रीजनल इंस्पेक्टर द्वारा मौके पर जाकर बसों का निरीक्षण किया जाता है. जिसमें देखा जाता है कि रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पर अंकित सीटों की संख्या से बस में अधिक सीटें तो नहीं है. बस को मॉडिफाई कर लंबाई या चौड़ाई को बढ़ाया तो नहीं गया है. बस में मानकों के अनुरूप मॉडिफिकेशन तो नहीं की गई है. मानकों के अनुरूप बस में मोडिफिकेशन पाए जाने पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाती है.

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