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International Award: ‘नमो भारत’ कॉरिडोर के लिए यूआईटीपी पुरस्कार

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को वैश्विक स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। उसे जर्मनी के हैम्बर्ग में आयोजित यूआईटीपी (इंटरनेशनल असोसिएशन ऑफ पब्लिक ट्रांसपोर्ट) ग्लोबल पब्लिक ट्रांसपोर्ट समिट 2025 में प्रतिष्ठित यूआईटीपी पुरस्कार

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Syed Ali Mehndi
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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को वैश्विक स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। उसे जर्मनी के हैम्बर्ग में आयोजित यूआईटीपी (इंटरनेशनल असोसिएशन ऑफ पब्लिक ट्रांसपोर्ट) ग्लोबल पब्लिक ट्रांसपोर्ट समिट 2025 में प्रतिष्ठित यूआईटीपी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार ‘सार्वजनिक और शहरी परिवहन रणनीति’ श्रेणी के तहत दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ ‘नमो भारत’ रीजनल रेल कॉरिडोर के लिए प्रदान किया गया है।

समावेशी परिवहन प्रणाली

यह सम्मान एनसीआरटीसी के उस दूरदर्शी प्रयास की पुष्टि करता है, जिसके माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सतत, आधुनिक और समावेशी परिवहन प्रणाली की नींव रखी गई है। यह परियोजना न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि यह सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक दृष्टि से भी परिवर्तनकारी साबित हो रही है। ‘नमो भारत’ कॉरिडोर क्षेत्रीय गतिशीलता को सशक्त बनाने के साथ-साथ दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में सड़क यातायात और वायु प्रदूषण को कम करने में भी मदद कर रहा है।

उच्च गति रीजनल रेल प्रणाली

180 किमी प्रति घंटे की डिज़ाइन गति और 160 किमी प्रति घंटे की परिचालन क्षमता के साथ यह देश की पहली उच्च गति रीजनल रेल प्रणाली है। इसमें ईटीसीएस लेवल 3 सिग्नलिंग जैसी आधुनिकतम तकनीकें शामिल की गई हैं, जो विश्व स्तर पर पहली बार एलटीई बैकबोन पर लागू की गई हैं। परियोजना की एक खास बात यह है कि इसमें समावेशिता पर विशेष ज़ोर दिया गया है। ट्रेनों के संचालन और प्रबंधन में 40% से अधिक महिलाएं कार्यरत हैं, और बुनियादी ढाँचे को जेंडर-सेंसटिव और दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया गया है।

ऊर्जा का सर्वश्रेष्ठ उपयोग

एनसीआरटीसी द्वारा पर्यावरणीय सततता की दिशा में भी कई अभिनव पहल की गई हैं। ट्रैक्शन ऊर्जा का 70% हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों से लिया जा रहा है, स्टेशनों और डिपो पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं, और रेन वॉटर हार्वेस्टिंग नेटवर्क तैयार किया गया है।इसके अतिरिक्त, इस कॉरिडोर के आसपास ट्रांज़िट ओरिएंटेड डेवलेपमेंट (टीओडी) मॉडल के तहत रियल एस्टेट गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जो शहरी विकास की दिशा में एक नई सोच को दर्शाता है। यह पुरस्कार एनसीआरटीसी की प्रतिबद्धता और नवाचार की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृति है, जो भारत को भविष्य की सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों की दिशा में अग्रसर करता है।

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