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Kanwar Yatra : अंबिका सेवा समिति का भव्य कांवड़ सेवा शिविर शुरू

गाजियाबाद में श्रावण मास के पावन अवसर पर कांवड़ यात्रा में शामिल शिवभक्तों की सेवा के लिए अंबिका सेवा समिति द्वारा आयोजित भव्य कांवड़ सेवा शिविर का शुभारंभ हवन और पूजन के साथ हुआ। उद्घाटन अवसर पर पार्षद शीतल चौधरी और समिति के अध्यक्ष अनुज देओल ने संयुक्त

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Syed Ali Mehndi
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कँवर का उद्घाटन

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वाईबीएन संवाददाता, गाजियाबाद

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गाजियाबाद में श्रावण मास के पावन अवसर पर कांवड़ यात्रा में शामिल शिवभक्तों की सेवा के लिए अंबिका सेवा समिति द्वारा आयोजित भव्य कांवड़ सेवा शिविर का शुभारंभ हवन और पूजन के साथ हुआ। उद्घाटन अवसर पर पार्षद शीतल चौधरी और समिति के अध्यक्ष अनुज देओल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

 23 जुलाई तक चलेगा

अध्यक्ष अनुज देओल ने जानकारी दी कि यह सेवा शिविर 23 जुलाई तक अनवरत चलेगा, जिसमें दूर-दराज से आने वाले कांवड़ियों को हर आवश्यक सुविधा निशुल्क प्रदान की जाएगी। शिविर में शुद्ध और सात्विक भोजन, स्वच्छ पेयजल, ठहरने के लिए विश्राम स्थल, प्राथमिक उपचार हेतु चिकित्सा सुविधा तथा थकान दूर करने के लिए मसाज सेवा भी उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता को ध्यान में रखते हुए इस शिविर को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त घोषित किया गया है। उपयोग में लाए जाने वाले सभी सामग्री जैविक या पुनः प्रयोग योग्य हैं।

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भक्ति और सेवा का माध्यम

पार्षद शीतल चौधरी ने अंबिका सेवा समिति के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि शिवभक्तों की सेवा करना सबसे पुण्य का कार्य है और समिति ने इस पुनीत अवसर को भक्ति और सेवा के माध्यम से और अधिक प्रभावशाली बना दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसी पहल समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य करती हैं।

धार्मिक आस्था का अद्भुत समागम 

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शिविर में प्रतिदिन आरती, भजन संध्या और भोलेनाथ के जयकारों से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना हुआ है। समिति के सभी कार्यकर्ता सेवाभाव और अनुशासन के साथ व्यवस्था को संभाल रहे हैं, जिसकी सभी आगंतुकों ने भूरी-भूरी प्रशंसा की। यह शिविर न केवल एक सेवा केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है, बल्कि सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण और धार्मिक आस्था का अद्भुत संगम भी बन चुका है। अंबिका सेवा समिति का यह प्रयास श्रद्धालुओं के लिए निस्संदेह एक आदर्श उदाहरण है।

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