गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। नगर निगम गाजियाबाद द्वारा जल संरक्षण की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए काजीपुरा ग्राम के तालाब के सौंदर्यकरण एवं संरक्षण का कार्य शुरू किया गया है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में यह कार्य कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत प्रारंभ हुआ है। सीता प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई द्वारा 15 लाख रुपये की लागत से तालाब को सुरक्षित एवं सुसज्जित किया जा रहा है।
तालाब से निकाले गए 40 डंपर कूड़ा, गंदगी से मिलेगी निजात
स्थानीय पार्षद पवन गौतम ने बताया कि तालाब की सफाई से अब ग्राम वासियों को गंदगी और मच्छरों से राहत मिलेगी। अब तक तालाब से 40 डंपर सिल्ट एवं कूड़ा निकाला जा चुका है। इसके अलावा, तालाब के चारों ओर फेंसिंग एवं पाथवे निर्माण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। तालाब के बीच में पक्षियों के लिए एक आकर्षक टापू बनाया जाएगा, जो इसकी सुंदरता को और बढ़ाएगा।
महापौर की योजना से जागा निगम, मानसून से पहले तेज़ी से हो रहा कार्य
महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि मानसून से पूर्व जहां नालों की सफाई कराई जा रही है, वहीं जल संरक्षण पर भी नगर निगम जोर दे रहा है। काजीपुरा के अलावा अन्य गांवों में भी तालाबों की सफाई की योजना बनाई जा रही है। महापौर ने अपील की कि नागरिक भी जल स्रोतों को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग करें।
पौधारोपण से मिलेगा हरियाली का संदेश, चैंबर से होगा जल शोधन
नगर आयुक्त ने तालाब के चारों ओर लगभग 200 पौधे लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, तालाब के पानी को स्वच्छ रखने के लिए शोधित चैंबर भी स्थापित किया जाएगा। इससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा बल्कि स्थानीय जलस्तर भी बेहतर होगा।
पॉन्ड मैन रामवीर तंवर की प्रेरणा से जुड़ रहे ग्रामीण
प्रसिद्ध जल योद्धा पॉन्ड मैन रामवीर तंवर भी काजीपुरा पहुंचे और ग्राम वासियों को तालाब की सफाई एवं देखभाल के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि तालाब में अत्यधिक गंदगी थी, जिसे अब हटाया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे तालाब के पुनर्जीवन के इस प्रयास में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
ग्रामीणों को किया गया जागरूक
नगर निगम को इस कार्य में से अर्थ सामाजिक संस्था का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है। संस्था द्वारा ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है कि वे सफाई के बाद तालाब को गंदा न करें और उसकी देखरेख में योगदान दें।
निष्कर्ष:
गाजियाबाद नगर निगम की यह पहल न सिर्फ जल संरक्षण की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि यह ग्रामीण सहभागिता का भी सुंदर उदाहरण है। काजीपुरा ग्राम का यह तालाब अब न केवल एक जल स्रोत रहेगा, बल्कि एक पर्यटन और जैव विविधता का केंद्र भी बनेगा।